अंजीर खाने के फायदे
अंजीर-
अंजीर अपने स्वाद के साथ-साथ अपने स्वास्थ्यवर्धक गुणों के कारण बेहद लोकप्रिय है। अंजीर को अंग्रेजी (English) में फिग कहा जाता है। संस्कृत में अंजीर को फल्गुजम् व अंजीरकम् भी कहा जाता है। अंगूठे जितना बड़ा व इसमें सैकड़ों बीजों को समाहित करने वाले अंजीर का वैज्ञानिक नाम फिकस कैरिका (Ficus carica) है। यह शुरुआत में हल्का पीला होता है और पकने के बाद बैंगनी हो जाता है। इसे फल व ड्रायफ्रूट दोनों रूपों में खाया जा सकता है। अंजीर का प्रयोग कर विभिन्न रोगों को दूर किया जा सकता है। अंजीर की विभिन्न प्रकार पाए जाते हैं – 1.ब्लैक मिशन (Black Mission) 2.कडोटा (Kadota) 3.कैलीमिरना (Calimyrna) 4. ब्राउन तुर्की (Brown Turkey) 5. एड्रियाटिक (Adriatic)(1)
अंजीर खाने के फायदे
अंजीर मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी है। अंजीर के प्रयोग से जहां कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है वहीं कब्ज जैसी आम बीमारियों को भी नष्ट किया जा सकता है। अंजीर निम्नलिखित बीमारियों में बेहद फायदेमंद है –
पाचन व कब्ज में अंजीर फायदेमंद
कब्ज व भोजन न पचने जैसी समस्याएं अब आम हो गई हैं। उम्र बढ़ने व संतुलित जीवनशैली न अपनाने के कारण यह अधिकतर लोगों में पाई जाती है। कब्ज व अपच की समस्या से अंजीर निजात दिला सकता है। रात में गरम दूध में सूखे अंजीर को उबालकर पीने से कब्ज व अपच में राहत मिलती है और कुछ ही दिनों में इस समस्या से निजात मिल जाती है। अंजीर में फाइबर काफी अधिक मात्रा में पाया जाता है जो पेट को साफ कर देता है(2)
मधुमेह को नियंत्रित करने में अंजीर सहायक
अंजीर का सेवन करने से मधुमेह को नियंत्रित किया जा सकता है। अन्य फलों की तुलना में अंजीर का सेवन मधुमेह में सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है। अंजिर की पत्तियों पाया जानेवाला एथिल एसीटेट बीटा कोशिकाओं के जरिए इन्सुलिन के उत्पादन को बढ़ाता है जिससे रक्त में ग्लूकोज का स्तर नियंत्रित रहता है(3)। एक शोध अध्ययन में यह पाया गया है कि चाय में अंजीर की पत्तियों का सेवन करके रक्त में ग्लूकोज के स्तर को कम किया जा सकता है। भोजन में भी अंजीर के पत्तों या पाउडर का इस्तेमाल करके मधुमेह से लड़ा जा सकता है।
हृदय की सेहत के लिए अंजीर लाभकारी
हृदयघात या हार्टअटैक अब एक वैश्विक और घातक बीमारी बन गई है। लाखों लोगों को विश्व भर में हर वर्ष हार्ट अटैक की वजह से अपनी जान गंवानी पड़ती है। अंजीर का सेवन करने से हृदय रोग में फायदा मिलता है और हृदय मजबूत बनता है। ट्रायग्लिसराइड(वसा का प्रकार) के कारण हृदय रोगों का खतरा बढ़ जाता है परन्तु अंजीर का प्रयोग कर इस खतरे को कम किया जा सकता है। अंजीर का सेवन करने से हृदय के लिए लाभदायक उच्च घनत्व वाले लिपोप्रोटीन (HDL-C) का इजाफा होता है और हृदय को मजबूत बनाता है तथा जोखिम को कम करता है।(4)
कैंसर रोधी भी है अंजीर
जानलेवा बीमारियों में शुमार कैंसर से अंजीर का सेवन करके बचाव किया जा सकता है। अंजीर के लेटेक्स में पाया जानेवाला प्रोटीयोलाइटिक एंजाइम कैंसर रोधी के रूप में काम करता है। यह कैंसर की फैलती कोशिकाओं के विकास में बाधा पहुंचा सकता है(5)। अंजीर के फल का सेवन करने से पेट व ब्रेस्ट कैंसर होने का ख़तरा कम हो जाता है(6)
हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है अंजीर
अंजीर का सेवन करने से शरीर को बहुत अधिक मात्रा में कैल्शियम पोटैशियम और मैग्नीशियम मिलता है और ये सभी तत्व हड्डियों को मजबूती प्रदान करते हैं। कैल्शियम की कमी के कारण कमजोर हुई हड्डियों को मजबूती प्रदान करने के लिए चिकित्सक अंजीर खाने की सलाह देते हैं(7)।
त्वचा को स्वस्थ रखता है अंजीर
त्वचा संबधित बीमारियों में अंजीर बेहद लाभकारी है। एग्ज़ीमा जैसी त्वचा संबंधी बीमारियों को अंजीर के सेवन से खत्म किया जा सकता है। अंजीर के पत्ते को पीसकर एक्जिमा वाले जगह पर नियमित रूप में लगाने से आराम पहुंचता है।
लिवर के लिए है अंजीर फायदेमंद
अंजीर की पत्तियां लिवर के लिए सुरक्षा कवच का निर्माण करती हैं। पत्तियों में पाया जानेवाला हेप्टोप्रोटेक्टिव गुण लिवर की हानिकारक व विषैले तत्वों से रक्षा करता है। अंजीर की पत्तियों का सेवन पावडर बनाकर खाने में या चाय में मिलाकर किया जा सकता है (8)
खून की सफाई करता है अंजीर
दिनचर्या व खानपान खराब होने के कारण मनुष्य के खून में कई विषैले तत्व भी प्रवेश कर जाते हैं। अंजीर का सेवन खून को फिल्टर करने का काम करता है और उन विषैले तत्वों को निकाल देता है। खून से विषैले तत्वों को निकालने के लिए दूध व मिश्री के साथ नियमित रूप से लेना चाहिए।
यौन शक्ति को बढ़ाता है अंजीर
अंजीर बीमारियों को खत्म करने के साथ साथ यह यौन कमजोरी को दूर कर यौन शक्ति को भी बढ़ाने का कार्य करता है। अंजीर का दूध के साथ सेवन करना बहुत शक्तिवर्धक व वीर्यवर्द्धक होता है। अंजीर का एंटीऑक्सिडेंट गुण शुक्राणुओं को क्षति पहुंचने से रोकता है और शुक्राणुओं को मजबूती प्रदान करता है(9)। अंजीर के सेवन से महिलाओं की गर्भधारण क्षमता भी बेहतर होती।
क्षयरोग (TB) से लड़ने में सहयता
भारत के साथ साथ सम्पूर्ण विश्व संक्रामक रोग टीबी से बरसों से लड़ रहा है। टीबी से ग्रसित व्यक्ति को अंजीर खाने से लाभ पहुंच सकता है। क्षय रोग (TB) में कफ को रोकने में अंजीर का सेवन बेहद लाभकारी है।
उच्च रक्तचाप में अंजीर है फायदेमंद
उच्च रकतचाप अब एक सामान्य सी बीमारी हो गई है जो उम्र बढ़ने के साथ जीवनशैली ठीक नहीं होने के कारण हरेक व्यक्ति में आ गई है। फ्लेवोनोइड्स, फिनोल और पोटैशियम जैसे तत्व अंजीर में पाए जाते हैं जो उच्च रक्तचाप को कम करते हैं। अंजीर का नियमित सेवन करने से ब्लड प्रेशर को नियंत्रित किया हा सकता है (10)
अंजीर के नुक़सान
अंजीर बेहद फायदेमंद है परन्तु नियंत्रित उपयोग नहीं करने से नुक़सान भी पहुंच सकता है। अंजीर का अत्याधिक सेवन करने के फलस्वरूप डायरिया होने की संभावना बढ़ जाती है(11)
अंजीर के अत्यधिक उपयोग से रक्तस्राव (ब्लीडिंग) की भी समस्या हो सकती है जिससे शरीर को नुक़सान पहुंच सकता है।
अंजीर अधिक खाने से पाचन तंत्र में समस्या आ सकती है इसलिए अंजीर का संतुलित उपयोग करना चाहिए।
अंजीर से कई व्यक्तियों को एलर्जी भी हो सकती है इसलिए शुरुआत में अंजीर का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए।
ऐसे करें भोजन में शामिल
अंजीर का उपयोग विभिन्न तरीके से किया जा सकता है। अंजीर के निम्न भागों का प्रयोग किया का सकता है –
पत्ते- इसके पत्तों का उपयोग सुखाकर व पीसकर अनेक तरीकों से इस्तेमाल किया जा सकता है जैसे भोजन में, चाय में।
फल- फल का उपयोग सामान्य फलों की तरह ही किया जा सकता है।
ड्राइ फ्रूट्- अंजीर के सूखे रूप का उपयोग गर्म दूध के साथ किया जा सकता है।
निष्कर्ष रूप में कहा जा सकता है कि अंजीर बेहद लाभकारी है बशर्ते उसका संतुलित उपयोग किया जाना चाहिए।