अनार खाने के फायदे
इस धरती पर सबसे स्वास्थ्यवर्धक फलों में अनार भी शामिल है। इसमें अन्य के फलों के अपेक्षाकृत कई औषधीय तत्व बड़ी मात्रा में पाए जाते हैं। शोधों से पता चलता है कि अनार हमारे सेहत के लिए बेहद लाभकारी है और ये विभिन्न बिमारियों की संभावनाओं में कमी लाती है।
पोषक तत्वों से भरपूर है अनार
पुनिका ग्रेनेटम नामक झाड़ीनुमा पौधा इस लाल फल अनार को उत्पादित करती है। बेरी के प्रकारों में शामिल 5-12 CM या 2-5 इंच के व्यास वाला अनार एक गोल सेब की तरह दिखता है। अनार की त्वचा मोटी और अखाद्य होती है पर इसके भीतर सैकड़ो के संख्या में दाने मौजूद हैं। प्रत्येक बीज एक लाल, रसों से भरपूर और मीठे बीज से घिरा होता है जिसे एक एरिल के रूप में जाना जाता है।
अनार का बीज और एरिल खाने योग्य होते हैं और उन्हें जूस के रूप में भी पिया जा सकता है। 1 कप अनार में बड़ी मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं –
- फाइबर : 7 ग्राम
- प्रोटीन: 3 ग्राम
- विटामिन : 30% of the RDI
- विटामिन K: 36% of the RDI
- फोलेट : 16% of the RDI
- पोटैशियम : 1
अनार बहुत ही स्वादिष्ट और मीठा होता है और एक कप दाने में 24 ग्राम शुगर और 144 कैलोरी पाई जाती है।
अनार के औषधीय गुण
अनार में दो अनोखे गुण पाए जाते हैं जो उसके गुणकारी होने का कारण है।
पुनिकालेगिन
बहुत ही पोषणीय एंटीऑक्सिडेंट पुनिकालेगिन अनार के जूस और छिलके में पाया जाता है।
अनार का जूस इतना अधिक शक्तिशाली है कि रेड वाइन और ग्रीन टी से तीन गुना अधिक एंटीओक्सिडेंट तत्व पाए गए।
इसका पाउडर सामान्यतः अनार के छिलके से बनाया जाता है क्योंकि इसमें बड़ी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स तत्व पाया जाता है।
प्यूनिसिक एसिड
अनार के जूस में प्यूनिसिक एसिड पाया जाता है। एरिल में पाया जानेवाल यह मुख्य फैटी एसिड है। यह शक्तिशाली जैविक प्रभावों के साथ लिनोलिक एसिड का एक प्रकार है।
सूजन रोधी के रूप में करता है कार्य
सूजन पुरानी गंभीर बिमारियों में से एक है। सूजन दिल की बीमारी, केंसर, टाइप 2 मधुमेह, अल्जाइमर और मोटापे इत्यादि के कारण हो सकता है। अनार में बड़ी मात्रा में सूजन कम करने वाले तत्व पाए जाते हैं। टेस्ट ट्यूब शोधों से ज्ञात हुआ है कि अनार पाचन तंत्र में सूजन को कम कर सकते हैं और स्तन कैंसर तथा कोलेन कैंसर में भी यह लाभदायक है।
12 हफ्तों के एक अध्ययन से पता चलता है कि एक मधुमेह रोगी को यदि प्रतिदिन 1.1 कप (250 ML) अनार का जूस दिया जाए तो उसमें सीआरपी और इंटरलिकीन-6 में क्रमशः 32% और 30% की कमी आती है।
अगर आप अपने शरीर के सूजन जो खत्म करना चाहते हैं तो अपने खाने में अनार को ज़रूर शामिल करें क्योंकि यह सूजन घटाने का कारगर तरीका है।
प्रोस्टेट कैंसर से लड़ने का काम करता है अनार
पुरुषों में होने वाले आम कैंसर में प्रोस्टेट कैंसर को शामिल किया जाता है।
प्रयोगशाला में किए गए अध्ययनों से पता चलता है कि अनार का सेवन प्रोस्टेट कैंसर की कोशिकाओ की प्रजनन क्षमता को कम करता है और कोशिकाओं को खत्म करने का भी कार्य करता है।
प्रोस्टेट स्पेस्फिक एंटीजन प्रोस्टेट कैंसर में एक ब्लड मार्कर के रूप में काम करता है। यादि किसी पुरुष का पीएसए बहुत कम समय में दोगुना हो रहा है तो प्रोस्टेट के कारण उसकी मृत्यु क्यूं भी ख़तरा बढ़ जाता है। शोध से पता चला है कि यदि एक मनुष्य 237 ml अनार का जूस पीता है और अगर पीएसए दुगुना होने का समय 15 महीने से बढ़कर 54 महीने तक हो जायेगा।
ब्रेस्ट कैंसर के खतरे में करता है कमी
महिलाओं में स्तन कैंसर सबसे अधिक होने वाले कैंसरों में से एक है।
अनार में कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो ब्रेस्ट कैंसर के लिए उत्तरदायी कोशिकाओं के उत्पादन में कमी लाता है और उन्हें खत्म करने का भी कार्य करता है।
इस संबंध में अभी पुख्ता शोधों का अभाव है। प्रमाणों के लिए अन्य शोध किए जाने चाहिए।
ब्लड प्रेशर में करता है कमी
हार्ट अटैक और स्ट्रोक के प्रमुख कारणों में उच्च रक्तचाप या ब्लड प्रेशर को माना जाता है जिससे अनगिनत लोग प्रतिवर्ष मार जाते हैं।
एक शोध में देखा गया कि उच्च रक्तचाप से ग्रसित व्यक्ति यदि नियमित रूप में 4 दिनों तक 150 ML अनार का जूस पीने के बाद प्रतिभागियों के ब्लड प्रेशर में कमी आती है। एक अन्य शोध में भी यही परिणाम निकलता है।
आर्थराइटिस और जोड़ों के दर्द से दिलाए आराम
पश्चिमी देशों में आर्थराइटिस एक सामान्य सी बीमारी बन चुका है। यह विभिन्न प्रकार का होता है पर सूजन और दर्द प्रमुख हैं।
अनार एक सुजनरोधी के रूप में काम करता है जिसके फलस्वरूप आर्थराइटिस के बीमारी से निजात मिलती है। शोध में पता चला है कि अनार क्षतिग्रस्त जोड़ों को सही करने का कार्य करता है। चूहों पर किए गए शोध से भी ज्ञात होता है कि आर्थराइटिस को कम करने में अनार महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
अनार का जूस दिल के लिए है लाभ दायक
समय से पूर्व मृत्यु होने के कारणों में सबसे अधिक कारण ह्रदय घात है।
यह बीमारी विभिन्न कारणों से हो सकती है। पाइनिसिक ऐसिड अनार में पाया जाता है जो ह्रदय घात के खतरों को कम करता है और दिल को मजबूत करता है।
चार हफ्तों तक 51 व्यक्तियों पर किए गए अध्ययन से पता चलता है 800 mg प्रतिदिन अनार के बीज का इस्तेमाल करने से दिल के खतरे में कमी आती है।
एक अन्य शोध दावा करता है कि यदि कोई व्यक्ति नियमित तौर पर अनार के जूस का सेवन कर रहा है तो उसके मधुमेह टाइप 2 और कॉलेस्ट्रॉल में कमी आयेगी।
तो कहा जा सकता है अनार का जूस पीने उच्च रक्तचाप में राहत मिलती है और ह्रदय घात के प्रमुख कारण को कम कर देता है।
अनार का जूस इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का करता है इलाज
ऑक्सीडेसिव को पहुंची क्षति ऊतकों सहित अन्य रक्त प्रवाहों को बाधित कर सकता है।
खरगोशों पर किए गए शोध से पता चलता है कि अनार का जूस ख़ून के प्रवाह को बनाए रखने में मदद करता है। इरेक्टाइल डिस्फंक्शन से ग्रसित 53 व्यक्तियों पर किए गए शोध से भी इस संबंध में जानकारी मिलती है पर इसमें अभी और अधिक शोध की जरूरत है।
अनार दिमाग बढ़ाने का करता है कार्य
कई शोधों से पता चला है कि अनार का सेवन करने से दिमाग की शक्ति बढ़ती है।
एक शोध इस संबंध में बताता है कि सर्जरी के बाद यदि आप 2 ग्राम अनार के दाने का इस्तेमाल करें तो वह दिमाग के लिए लाभदायक है। 28 व्यक्तियों पर किए गए शोध में प्रत्येक व्यक्ति को 237 ML जूस दिया जाता है जिसके कारण उसके दिमाग में वृद्धि होती है। शोध बताते हैं कि अनार का सेवन करके अल्जाइमर के खतरे को कम किया जा सके।
अनार के नुक़सान
- लो ब्लड शुगर की समस्या।
- लो ब्लड प्रेशर की समस्या।
- अनार के सेवन से एलर्जी हो सकती है।