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कमर दर्द के लक्षण

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विभिन्न तरीके के दर्द में कमर का दर्द सबसे आम होने वाला दर्द होता है और यह ध्यान न देने पर विकलांगता का भी एक प्रमुख कारण बन जाता है। अच्छी बात तो यह है कि कमर दर्द के अधिकांश मामलों को रोकने या उनके लक्षणों से राहत देने का उपाय वर्तमान में डॉक्टर के पास है। अगर कमर दर्द ठीक नहीं हो रहा है तो सामान्य सा घरेलू इलाज और शरीर की उचित देखभाल से ही कुछ दिनों में या कुछ हफ्तों में कमर के दर्द से आराम मिलने लगेगा। कमर दर्द के इलाज के लिए बहुत कम या फिर कभी-कभी ही सर्जरी ही सर्जरी की आवश्यकता होती है।

कमर दर्द के लक्षण

कमर दर्द के लक्षण में  मासपेशियों के दर्द से लेकर शूटिंग, जलन भी हो सकती है। कमर दर्द के लक्षण में इसके अलावा पैर को भी नुकसान पहुंचा सकता है तथा झुकने मुन्ने किसी चीज को उठाने खड़े होने या चलने में भी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।

डॉक्टर को कब दिखाना है ?

अधिकतर कमर दर्द सामान्य सा होता है आर इस दर्द को विभिन्न घरेलू उपचारों के द्वारा या फिर खुद की देखभाल के माध्यम से ठीक किया जा सकता है यह कुछ हफ्तों में ठीक हो जाता है बहुत अधिक दर्द होने पर या निम्न लक्षण होने पर डॉक्टर से संपर्क करें:

  • अगर दर्द कुछ अब तो तक बना रहता है।
  • अगर कमर तक बहुत तेज हो जाता है और आराम करने से भी नहीं ठीक होता है।
  • दर्द अगर कमर के अलावा कहीं और भी फैल रहा हो तो भी डॉक्टर से संपर्क करें।
  • दर्द के कारण अगर पैरों में कमजोरी आती हो या फिर झुनझुनी होती हो।
  • अगर भजन बिना किसी वजह के घटने लगता हो।

कमर दर्द के लक्षण अगर निम्न तरह के हों तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें क्योंकि यह जीवन को भी नुकसान पहुंचा सकता है:

  • कमर दर्द के कारण पेशाब से जुड़ी समस्याओं का होना।
  • कमर दर्द के साथ-साथ बुखार का होना।

कमर दर्द के कारण

सामान्य तौर पर देखें तो कमर दर्द का कोई कारण नहीं होता है पर इसे डॉक्टर एक्सरे के माध्यम से पहचान सकता है। कमर दर्द के लक्षण के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं :

मांसपेशियों या लिंगामेंट में खिंचाव

बहुत भारी भारी वजन उठाने से या फिर कई अन्य कारणों से कमर की मांसपेशियों में खिंचाव आ सकता है अगर आप की शारीरिक स्थिति खराब है तो कमर पर अधिक दबाव बनने से उसकी मांसपेशियों में दर्द हो सकता है।

गठिया

गठिया कमर के हिस्से को प्रभावित कर सकता है कई मामलों में यह कमर के आस पास पाया जाता है और उस जगह को बांधने का काम करता है।

हड्डी का कमज़ोर होना

 अगर हड्डियां झरझरा जाती हैं या फिर वो बहुत अधिक कमजोर हो जाती है तो वह फ्रैक्चर का कारण बन सकती हैं या फिर दबाव पड़ने पर दर्द का भी कारण बन सकती है।

कमर दर्द के जोखिम

किसी भी व्यक्ति को कमर दर्द हो सकता है चाहे वह बच्चे हो किशोर हो या फिर वृद्ध हो। निम्नलिखित कारणों से कमर दर्द में और अधिक जोखिम हो सकता है :

उम्र

30 से 40 साल की उम्र के आसपास कमर में दर्द शुरू हो जाता है और यह एक आम बात होती है।

व्यायाम में कमी का होना

व्यायाम न करने के कारण भी कमर दर्द हो सकता है क्योंकि इससे मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं।

अधिक वजन के कारण

शरीर पर बहुत अधिक दबाव पड़ने कारण है कमर दर्द हो सकता है।

कई रोगों के कारण

कई प्रकार के गठिया या फिर कैंसर भी कमर दर्द का कारण बन सकते हैं।

अधिक वजन उठाना

बहुत अधिक वजन उठाने के कारण भी कमर दर्द हो सकता है।

कई मनोवैज्ञानिक स्थितियां

डिप्रेशन या फिर टेंशन से ग्रस्त लोगों को कमर दर्द होने का खतरा भी हो सकता है।

धूम्रपान 

धूम्रपान करने के कारण भी कमर दर्द की भी समस्या हो सकती है। धूम्रपान कमर दर्द के जोखिम को बढ़ा सकता है इसलिए आप जल्दी से जल्दी इसपर रोक लगा लें।

कमर दर्द से निवारण

जीवनशैली में सुधार करके और व्यायाम के माध्यम से कमर दर्द के लक्षणों से बचा जा सकता है और इसको होने से रोका जा सकता है।

कमर को मजबूत रखने के लिए निम्न उपायों को अपनाया जा सकता है:

व्यायाम

नियमित रूप से व्यायाम करके जिसमें की एरोबिक गतिविधियां शामिल हो जोकि कमर पर दबाव नहीं बनाती है तथा उसे झटका नहीं देती हैं को अपनाया जा सकता है। व्यायाम से मांसपेशियां बहुत अच्छी तरीके से काम करती काम करती है। इस दौरान चलना और तैरना भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

मांसपेशियों की ताकत को बढ़ाना

कमर की मांसपेशियों को व्यायाम के द्वारा मजबूत किया जा सकता है। व्यायाम इन मांसपेशियों को कंडीशन करने में मदद करते हैं ताकि प्राकृतिक रूप से ये हमारी सुरक्षा कर सकें।

एक स्वस्थ वजन

अधिक वजन होने से कमर की मांसपेशियों में खिंचाव हो सकता है एक सामान्य वजन को बनाए रखें जिससे कि कमर के दर्द के लक्षण को रोका जा सके।

धूम्रपान छोड़ दें

 धूम्रपान से कमर के निचले हिस्से में दर्द होने का खतरा बढ़ सकता है। अधिक सिगरेट पीना इसके जोखिमों को बढाने लगता है इसलिए सिगरेट को सीमित करें या फिर पूरी तरह से छोड़ दें।

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