गर्भावस्था के पहले सप्ताह के लक्षण
आमतौर पर देखें तो डॉक्टर किसी महिला के अंतिम मासिक धर्म के पहले दिन से ही गर्भावस्था सप्ताह को गिनना शुरू कर देते हैं। पर देखा जाए तो कोई महिला इस समय गर्भवती नहीं होती है पर पिछले मासिक धर्म से एक हफ्ते को गिनने से महिला की अनुमानित गर्भावस्था की नियत तारीख को निर्धारित करने में डॉक्टर को मदद मिल सकती है।
देखा जाए तो यह लेख गर्भावस्था के बाद 1 हफ्ते को गर्भाधान के एक सप्ताह बाद शुरू करना चाहिए जिसका अर्थ है कि गर्भवस्था का पहला हफ्ता शुरू हो चुका है। मासिक धर्म में एक हफ्ते की चूक या देरी होना होना शुरुआती गर्भावस्था का प्राइमरी लक्षण होता है।
क्या कोई महिला गर्भधारण के 1 सप्ताह बाद लक्षण महसूस कर सकती हैं?
गर्भाधान कहें या निषेचन यह तब होता है जब अंडाशय में एक अंडा (ओव्यूलेशन) शुरू हो जाता है, और एक शुक्राणु इसे निषेचित करता है। डॉक्टर या विशेषज्ञों की माने तो मासिक धर्म चक्र शुरू होने के लगभग 14 दिन बाद ऐसा हो सकता है।
गर्भ धारण करने के लगभग 6-7 दिनों के बाद इंप्लांटेशन शुरू हो जाता है। यह तब होता है जब एक निषेचित अंडा गर्भाशय की परत से अच्छी तरह जुड़ जाता है। अंडे में होने वाला मूवमेंट गर्भाशय की दीवार के भीतर ब्लड वेसल्स को तोड़ सकती है, जिससे कि हल्की ब्लीडिंग और ऐंठन भी हो सकती है।
खून का बहना या ब्लीडिंग
इंप्लांटेशन के बाद ब्लीडिंग या ख़ून का बहना गर्भावस्था का एक शुरूआती लक्षण हो सकता है। यह मासिक धर्म की तरह नहीं होता है बल्कि उससे अलग होता है। इसके बजाय यह बहुत ही हल्की ब्लीडिंग होती है जिसमें ब्लड का एक ही स्थान पर या बहुत ही थोड़ी मात्रा में ब्लीडिंग के रूप में निकलना शामिल हो सकता है। स्पॉटिंग कुछ घंटों तक रह सकता है, या फिर यह कुछ दिनों तक भी चल सकता है।
ऐंठन का होना
इस दौरान महिलाओं को हल्की ऐंठन भी महसूस हो सकती है क्योंकि भ्रूण गर्भाशय की दीवार से अच्छी तरह जुड़ जाता है। महिलाओं को पेट या पीठ के निचले हिस्से में भी ये ऐंठन महसूस हो सकती है।
ऐंठन में कुछ खींचने जैसा महसूस हो सकता है या झुनझुनी या चुभने जैसी चीजें भी महसूस हो सकती है। कुछ महिलाओं को केवल थोड़ी बहुत मामूली ऐंठन का अनुभव होता है, जबकि अन्य को कभी-कभी बहुत अधिक असुविधा महसूस हो सकती है जो कि कुछ दिनों के लिए ही आती है और वह कुछ दिनों में चली जाती है।
पहले सप्ताह में गर्भावस्था के लक्षण
पहले सप्ताह में गर्भावस्था के लक्षण हर महिला के लिए अलग-अलग होते हैं पर कोई कोई लक्षण एक जैसे भी हो सकते है। महिलाओं के स्वास्थ्य पर शोध के अनुसार देखें तो गर्भावस्था का सबसे आम और सबसे पहला संकेत होता है मासिक धर्म या पीरियड्स में गैप आ जाना है।
शुरूआती गर्भावस्था के अन्य लक्षणों में निम्नलिखित लक्षण शामिल हैं:
- उल्टी के साथ या उल्टी के बिना भी मतली को महसूस करना
- सेंसिटिवटी,सूजन का होना, या झुनझुनी जैसा महसूस करना या फिर नसों पर नीला पीला पड़ने के साथ ही स्तन में भी परिर्वतन का होना
- लगातार पेशाब का आना
- सरदर्द का होना
- बढ़ा हुआ शरीर का तापमान
- पेट में गैस
- हल्के पैल्विक ऐंठन या ब्लीडिंग के बिना भी बेचैनी का होना
- थकान का लगना
- चिड़चिड़ापन का होना या मिजाज या खराब होना
- भोजन की लालसा या घृणा
- गंध को महसूस करना
- मुंह में अजीब सा स्वाद का आना
ये सभी लक्षण गर्भावस्था के ही हैं पर यह सभी में हो सकते हैं या फिर अलग अलग भी हो सकते हैं। यह भी ध्यान रखना जरूरी है कि शुरूआती गर्भावस्था के लक्षण हमेशा ध्यान खिंचने वाले लक्षण ही नहीं दिखाते है।
इसके अलावा किसी व्यक्ति के लिए यह पता लगाने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि वह गर्भवती है या नहीं, उसका गर्भावस्था परीक्षण करना या करवाना है।
गर्भावस्था या प्रेगनेंसी टेस्ट कब करें
गर्भावस्था परीक्षण के द्वारा पेशाब में ह्यूमन कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन (एचसीजी) हार्मोन की मात्रा को मापा जाता है। यह हार्मोन तभी मौजूद होता है जब कोई महिला गर्भवती होती है। जैसे ही अंडा एक भ्रूण में चला जाता है, इसके चारों ओर की कोशिकाएं बाद में प्लेसेंटा बन जाती हैं जोकि ह्यूमन कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन (एचसीजी) का बनाने का काम करती हैं।
पीरियड के समय में गैप होने के बाद जितनी जल्दी हो सके गर्भावस्था यानि कि प्रेगनेंसी टेस्ट करना सबसे अच्छा है। किसी भी व्यक्ति द्वारा गर्भनिरोधक के बिना यौन संबंध बनाने के 10 दिन बाद ही गर्भावस्था परीक्षण में पॉजिटिव परिणाम आ सकता है। हालांकि देखा जाए तो पॉजिटिव परिणाम होने के लिए पेशाब में ठीक ठाक एचसीजी होने में आमतौर पर लगभग 3 सप्ताह लग जाते हैं।
कई किफायती और विश्वसनीय प्रेगनेंसी किट ओवर-द-काउंटर (ओटीसी) या फिर ऑनलाइन बहुत ही आसानी से उपलब्ध हैं। घर पर किया गयाप्रेगनेंसी टेस्ट बता सकता है कि आप कुछ ही मिनटों में गर्भवती होने वाली हैं, अधिकांश रिपोर्टों में यह लगभग 99% ठीक ही होता है।
पूरी तरह से सटीक परिणाम पाने के लिए, प्रेगनेंसी टेस्ट करने का सबसे अच्छा समय मासिक धर्म न होने के 1 सप्ताह बाद का होता है। प्रेगनेंसी टेस्ट के रिज़ल्ट या तो सकारात्मक या फिर नकारात्मक होते हैं।
यदि कोई महिला पीरियड मिस होने के 1 सप्ताह से पहले ही प्रेगनेंसी टेस्ट करती है, तो यह नकारात्मक रिजल्टभी दे सकता है, भले ही वह व्यक्ति वास्तव में ही गर्भवती क्यों न हो।
यदि किसी व्यक्ति को लगता है कि वह नेगेटिव टेस्ट के रिजल्ट के बावजूद भी गर्भवती है, तो उसे 1 सप्ताह के बाद परीक्षण जरूर दोहराना चाहिए। गलत और नेगेटिव परिणामों से बचने के लिए, गर्भावस्था परीक्षण की समाप्ति तिथि की जांच करें और लिखित निर्देशों का ध्यानपूर्वक पालन जरूर करें। यह देखने के लिए कोई महिला गर्भवती है या नहीं इस महिला का ब्लड टेस्ट भी हो सकता है। ब्लड टेस्ट और अधिक सटीक होता है पर इसका रिजल्ट आने में लगभग 48 घंटे लग जाता है।
सारांश
गर्भावस्था के शुरुआती लक्षण हरेक महिला में अलग-अलग होते हैं। गर्भावस्था के पहले सप्ताह के दौरान कुछ महिलाओं को कई लक्षण दिखाई दे सकते हैं, जैसे स्पॉटिंग या सिरदर्द का होना। कई दूसरी महिलाओं को केवल पीरियड्स में गैप ही दिख सकता है या कई महिलाओं को कोई भी लक्षण नहीं दिखता है। किसी महिला में गर्भावस्था के लक्षण हैं या नहीं, यह निर्धारित करने का सबसे अच्छा और आसान सा तरीका है गर्भावस्था परीक्षण या प्रेगनेंसी टेस्ट करना।