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गुड खाने के फायदे

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बुजुर्ग अक्सर अपना भोजन गुड़ के साथ खत्म करने का विकल्प अपनाते हैं। सामान्य तौर पर कोई यह मान सकता है कि इसका मीठा और बहुत ही अच्छा स्वाद इसे बहुत लोकप्रिय बनाता है। पर इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि मीठे गुड के बहुत सारे स्वास्थ्य लाभ हैं जो आपको स्वस्थ रखने में बहुत अधिक मदद करते हैं। मुख्य रूप से कच्चेमाल के रूप में गन्ने का इस्तेमाल किया जाता है। गुड गन्ने के रस से बनाया जाता है और इसे तब तक उबाला जाता है जब तक कि यह जम न जाए। यह सामान्य रूप से एक प्रकार की अनफिल्टर्ड चीनी ही होती है। इसे गुड़ के नाम से भी जाना जाता है पर इसे खजूर (पश्चिम बंगाल के नोलन गुर) या नारियल के रस से भी बनाया जा सकता है।  भारत के अधिकांश हिस्सों में गुड़ मुख्य आहार में इस्तेमाल किया जाने वाला एक बहुत ही प्रमुख हिस्सा है। इसे कन्नड़ में ‘बेला’, तमिल में ‘वेलम’ और मराठी में ‘गुल’ के नाम से भी जाना जाता है।  इस पौष्टिक भोजन के स्वास्थ्य लाभों के बारे में जानते हैं और यह भी जानते हैं कि गुड के फायदे क्या क्या होते हैं।

गुड़ का कैलोरी काउंट और पोषण प्राइस

गुड खाने के फायदे की बात करें तो गुड़ के बहुत से स्वास्थ्य लाभ होते हैं जो इसे एक आदर्श स्वीटनर के रूप में प्रस्तुत करते हैं। इसके सिर्फ 20 ग्राम में 38 कैलोरी होती है और इसमें 9.8 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 9.7 ग्राम चीनी, 0.01 ग्राम प्रोटीन, कोलीन, बीटािन, विटामिन बी 12, बी 6, फोलेट, कैल्शियम, आयरन, फास्फोरस, मैग्नीशियम, सेलेनियम और मैंगनीज भी होता है। इसमें किसी भी प्रकार की वसा का कोई भी निशान नहीं पाया जाता है, इसलिए बहुत अधिक वसा के सेवन की चिंता किए बिना इसे आप आसानी से अपने भोजन में शामिल कर सकते है। पर इसके अधिक मात्रा में सेवन से मधुमेह पीड़ितों को बचना चाहिए क्योंकि यह उन्हें नुकसान पहुंचा सकती है।

क्या गुड़ मधुमेह के लिए अच्छा है?

मधुमेह रोगियों को अक्सर मीठा खाने की इच्छा होती रहती है और वे विभिन्न प्रकार के मिठाइयों को खाने की भी कोशिश करते हैं पर हालांकि मधुमेह रोगी गुड़ को चीनी से एक बहुत बेहतर विकल्प मान सकते हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि इसमें भी अधिक केवल की चीनी होती है जोकि आपको नुकसानदायक साबित हो सकती है। 10 ग्राम गुड़ में लगभग 65% -85% सुक्रोज होता है। इसलिए मधुमेह वाले लोगों को नियमित रूप से गुड का सेवन नहीं करने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा आयुर्वेद भी मधुमेह रोगियों के लिए गुड के सेवन की सलाह नहीं देता है क्योंकि यह उनके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है

 क्या गुड़ घटा सकता है वजन

गुड़ में पाए जाने वाले चीनी की मात्रा पर विचार करने के बाद भी कई लोग मानते हैं कि यह गलत है।  इसके उल्टा यह पोषक तत्वों से भरपूर होने के कारण भोजन को तुरंत पचाने का काम करता है। इसके अलावा देखा जाए तो यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को भी बाहर निकालने का काम करता है और ब्लड को भी साफ करने का काम करता है। पोषक तत्व इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बनाए रखने में भी बहुत अधिक मदद करते हैं, जिससे मेटोबॉलिज्म में सुधार करने का काम करता है और पोटेशियम की उपस्थिति जल को धारण करने की क्षमता को बढ़ाने का भी काम करती है, जिसके माध्यम से व्यक्ति अपने वजन को प्रभावी ढंग से मैनेज कर सकता है। गुड़ खाने से पोषक तत्वों से भरपूर भोजन का नियमित मात्रा में सेवन करने से वजन घटाने में भी बहुत अधिक मदद मिल सकती है।

सांस की समस्याओं को खत्म करने का काम करता है गुड

गुड खाने के फायदे की बात करें तो आपको बता दें कि यह श्वसन प्रणाली में सुधार करता है। जिन लोगों को बार-बार सांस लेने की समस्या होती है, उनके लिए गुड़ सबसे फायदेमंद उपायों में से एक साबित हो सकता है। इसे आप अपने आहार में शामिल करके अस्थमा, ब्रोंकाइटिस आदि को रोक सकते हैं। तिल के साथ गुड़ का सेवन किया जाए तो यह और भी बेहतर परिणाम दे सकता है। यह सांस की समस्याओं से निजात पाने के लिए एक आदर्श उपाय माना जाता है।

वजन घटाने में मदद करता है गुड

वजन बढ़ना एक ऐसी समस्या है जिससे ज्यादातर लोगों को जूझना पड़ता है। वजन घटाने की गति को बढ़ावा देने का एक बहुत ही अच्छा उपाय गुड़ का मीडियम मात्रा में सेवन करना है। यह पोटेशियम का एक बहुत ही अच्छा स्रोत है जो कि इलेक्ट्रोलाइट्स को संतुलित करने, चयापचय को बढ़ावा देने के साथ-साथ मांसपेशियों के निर्माण में भी बहुत अधिक मदद करता है। आप यह तो जान ही गए हैं कि गुड के फायदे में वजन बढ़ाने का काम भी शामिल है।

ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है गुड

गुड खाने के फायदे की बात करें तो गुड़ में पोटैशियम और सोडियम की मौजूदगी शरीर में एसिड के स्तर को बनाए रखने में बहुत अधिक मदद करती है और यह बदले में नॉर्मल ब्लड प्रेशर के स्तर को बनाए रखने में बहुत अधिक मदद करता है। तो अगर आप कोई भी मतलब हाई या लो ब्लड प्रेशर से पीड़ित है तो आप इसे अपने आहार में शामिल करना न भूलें। यह आपके लिए बहुत अधिक मददगार होग।!

एनर्जी का अच्छा सोर्स माना जाता है गुड

गुड चीनीके विपरीत है क्योंकि चीनी अल्पकालिक ऊर्जा को बढ़ावा देती है और गुड़ धीरे-धीरे ऊर्जा प्रदान करने का काम करता है जो कि लंबे समय तक बना रहता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि यह अनफिल्टर होता है, जो कि यह सुनिश्चित करता है कि ब्लड शुगर का स्तर तुरंत नहीं बदलता है और इसके बजाय धीरे-धीरे बढ़ता है। और यह बदले में थकान को रोकने में भी बहुत अधिक मदद कर सकता है।

मासिक धर्म के दर्द से राहत दिलाने का काम करता है गुड

मासिक धर्म में ऐंठन से होने वाले दर्द को कम करने के लिए गुड़ एक नेचुरल इलाज है। इसके अलावा, जो लोग अपने पीरियड्स से पहले मूड की वजह से परेशान होते हैं या निराशा का अनुभव करते हैं तो उन्हें भी इसे कम मात्रा में खाना चाहिए क्योंकि यह एंडोर्फिन को छोड़ने में बहुत अधिक मदद करता है जो कि किसी के शरीर को आराम देने का काम करता है।

एनीमिया को रोकने का काम करता है गुड

एनीमिया को रोकने के लिए यह जरूरीहै कि शरीर में आयरन और फोलेट के साथ आरबीसी का पर्याप्त स्तर बना रहे और कभी कम न हो। गुड़ आयरन और फोलेट दोनों से ही भरपूर होता है, इसलिए इसे एनीमिया को रोकने का एक अच्छा तरीका माना जाता है। डॉक्टर अक्सर किशोरों और गर्भवती महिलाओं को इसके सेवन की सलाह देते हैं।

शरीर को शुद्ध करने का काम करता है गुड

 लोग आमतौर पर भोजन के बाद गुड़ का सेवन नियमित तौर पर करते हैं क्योंकि यह शरीर के लिए सबसे अच्छे नैचुरल तरीके से सफाई के लिए जाना जाता है। गुड को खाने से आंतों, पेट, भोजन नली, फेफड़े और श्वसन तंत्र से सभी प्रकार के अवांछित कणों को सफलतापूर्वक बाहर निकालने में मदद मिल सकती है और आपको आंतरिक तौर पर साफ रखने का काम कर सकता है। आप गुड के फायदे के विषय में काफी कुछ जान चुके हैं पर आइए और भी बातें जानते हैं।

कब्ज से रहता दिलाता है गुड

पोषक तत्वों से भरपूर गुड का स्वीटनर के रूप में उपयोग कब्ज से राहत दिलाने का भी काम करता है। यह शरीर में मल को त्यागने और पाचन एंजाइमों की सक्रियता को एक्टिव करने में बहुत अधिक मदद करता है। जब भी आपने भारी भोजन किया हो तो बस इस नेचुरल स्वीटनर गुड का सेवन करें और कब्ज के जोखिम को कम करें और एक स्वस्थ जिंदगी जिए।

सर्दी-खांसी का इलाज करने में सक्षम है गुड

 गुड़ फ्लू जैसे लक्षणों जैसे कि सर्दी और खांसी को ठीक करने में भी काफी अधिक मदद करता है। यह किसी भी व्यक्ति के शरीर में गर्मी पैदा करने का काम करता है जिससे उसका शरीर खुद ब खुद सर्दी से लड़ने का काम करता है। और भी बेहतर लाभ पाने के लिए गर्म दूध में गुड़ मिलाएं या अपनी चाय में स्वीटनर के रूप में भी गुड का इसका इस्तेमाल करें जिससे आपको खांसी झुकाम से जल्दी राहत मिल जाए।

जोड़ों के दर्द को कम करता है गुड

गठिया या जोड़ों में किसी भी प्रकार के दर्द से पीड़ित लोगों के लिए गुड़ का सेवन करने से बहुत अधिक दर्द से राहत मिल सकती है। जब आप इसे अदरक के साथ खाते है, तो यह और भी प्रभावी साबित होता है और आपको लाभ पहुंचाता है 

खून साफ करने का काम करता है गुड

 मध्यम मात्रा में नियमित रूप से गुड़ का सेवन करना खूनको साफ करने में सहायता कर सकता है। यही कारण है कि यह मुंहासों या फुंसियों के इलाज में भी बहुत अधिक कारगर है क्योंकि साफ खून का मतलब है स्वस्थ त्वचा का होना। इसके अलावा ब्लड में कुल हीमोग्लोबिन की संख्या भी गुड की सही मात्रा के सेवन से काफी अधिक बढ़ जाती है।

रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकता है गुड़

गुड़ में एंटीऑक्सीडेंट और मिनरल जैसे सेलेनियम और जिंक पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। यह कई प्रकार के संक्रमणों के खिलाफ प्रतिरोधक के रूप में काम करता है। यह फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान को भी कम करने का काम करता है इसलिए इसे सर्दियों में अक्सर खाया जाता है।

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