टीबी की गांठ के लक्षण
टीबी की गांठ नामक रोग क्या है?
क्षय रोग (टीबी) एक संक्रामक संक्रमण वाली बीमारी है जो कि आमतौर पर किसी व्यक्ति के फेफड़ों पर हमला करती है। यह किसी व्यक्ति के रीढ़ की हड्डी और मस्तिष्क के साथ साथ शरीर के किसी भी हिस्से में पहुंच सकता है। माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस नामक एक प्रकार का बैक्टीरिया इसके होने का कारण बनता है। आगे क्षय रोग के लक्षण के बारे में भी बताया गया है।
क्या गांठ की टीबी ठीक हो सकती है?
20 वीं शताब्दी में देखें तो संयुक्त राज्य अमेरिका में गांठ की टीबी मृत्यु का एक प्रमुख कारण थी। आज आने वाले ज्यादातर मामले एंटीबायोटिक दवाओं से ठीक हो जाते हैं। लेकिन इस पूरे प्रोसीजर में एक लंबा समय लगता है। आपको कम से कम 6 से 9 महीनों के लिए दवाएं लेनी होंगी।
गांठ की टीबी के विभिन्न प्रकार
गांठ की टीबी होने का ये मतलब ये नहीं है कि ये कभी ठीक नहीं होगा। गांठ की टीबी के रोग के दो रूप पाए जाते हैं:
इनैक्टिव टी.बी.
इस स्थिति में आपके शरीर में कीटाणु होते हैं, लेकिन आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली उन्हें फैलने से बचाती है। आपको टीबी का कोई लक्षण नहीं होता हैं और यह भी निश्चित है कि आप संक्रामक नहीं हैं। लेकिन संक्रमण अभी भी जीवित है और एक दिन सक्रिय हो सकता है। आपको दुबारा संक्रमण हो सकता हैं अगर आपको एचआईवी है और आपके कीटाणु सक्रिय है तो संभव है कि डाक्टर आपको और भी दवाएं दे।
एक्टिव टीबी
इसमें समय के साथ गांठ की टीबी का इंफेक्शन दोगुना हो सकता हैं और इसी वजह से आप बीमारी पड़ सकते हैं। आप दूसरों को भी यह बीमारी फैला सकते हैं। वयस्कों में 90 प्रतिशत सक्रिय मामले टीबी के इंफेक्शन से ही आते हैं। एक ड्रग रेजिडेंट सक्रिय टीबी इंफेक्शन पर हो सकता है कि दवा काम न करें, जिसका अर्थ है कि कुछ दवाएं बैक्टीरिया के खिलाफ काम नहीं करती हैं।
टीबी की गांठ के लक्षण
असक्रिय टीबी या inactive TB के लक्षण नहीं होते हैं पर त्वचा पर किया गया या एक रक्त परीक्षण यह बता सकता है कि आप टीबी से संक्रमित है या नहीं।
टीबी की गांठ के लक्षण या गले की टीबी के लक्षण सामान्यतः एक जैसे ही होते है पर कुछेक लक्षण अलग अलग भी हो सकते है। टीबी रोग के लक्षण में शामिल हैं:
- खांसी जो 3 सप्ताह से अधिक रहती हो
- छाती में दर्द
- खूनी खाँसी
- हर समय थकान महसूस करना
- रात को पसीना
- ठंड लगना
- बुखार
- भूख में कमी
- वजन घटना
यदि आपके पास इनमें से कोई भी लक्षण है, तो अपने डॉक्टर से जांच करवाएं क्योंकि यह आपको क्षय रोग का लक्षण हो सकता है जिससे परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। सीने में दर्द होने पर तुरंत चिकित्सकीय सहायता लें।
टीबी की गांठ के कारण
टीबी की गांठ के लक्षण या गले की टीबी के लक्षण सामान्यतः टीबी बैक्टीरिया के कारण ही होता है जो कि ठंड या फ्लू की तरह हवा से फैलता है। आपको टीबी तभी हो सकता हैं जब आप उन लोगों के संपर्क में आते हैं जिनको पहले से टीबी है।
टीबी की गांठ के जोखिम बढ़ने के कारण
आपको गांठ की टीबी रोग के लक्षण होने की अधिक संभावना हो सकती है अगर आपने:
- एक मित्र या साथ काम करने वाले कर्मी या परिवार के सदस्य को सक्रिय टीबी है।
- आप ऐसे क्षेत्र में रहते हैं या गए हैं जहां टीबी होना आम है जैसे रूस, अफ्रीका, पूर्वी यूरोप, एशिया, लैटिन अमेरिका और कैरिबियन।
- आप ऐसे समूह का हिस्सा हैं जहां टीबी फैलने की अधिक संभावना है, या आप सक्रिय टीबी से संक्रमित व्यक्ति के साथ काम करते हैं। इसमें बेघर लोग, एचआईवी संक्रमित लोग, जेल या जेल में काम करने वाले लोग और ड्रग्स को अपनी नसों में इंजेक्ट करने वाले लोग शामिल हैं।
- अगर आप अस्पताल या नर्सिंग होम में काम करते हैं।
- अगर आप टीबी के रोगियों की स्वास्थ्य देखभाल करते हैं।
- अगर आप धूम्रपान करने वाले हैं।
एक स्वस्थ व्यक्ति टीबी की गांठ के लक्षण से लड़ सकता है लेकिन जब आपको निम्नलिखित बीमारियां हैं तो आप अपने आप उससे नहीं लड़ सकते हैं:
- एचआईवी या एड्स
- मधुमेह
- गुर्दे की गंभीर बीमारी
- सिर और गर्दन का कैंसर
- कैंसर का इलाज जैसे कीमोथेरेपी
- शरीर का कम वजन और खराब पोषण
- अंग प्रत्यारोपण के लिए दवाएं खाना
- शिशुओं और छोटे बच्चों में भी इसके होने की संभावना अधिक होती है क्योंकि उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली पूरी तरह से लड़ सकने में सक्षम नहीं होती है।
टीबी की गांठ का टेस्ट और उसकी पहचान
गांठ की टीबी की पहचान के लिए दो सामान्य से टेस्ट निम्नलिखित होते हैं:
स्किन पर टेस्ट
इसे मंटौक्स ट्यूबरकुलिन स्किन टेस्ट के नाम से भी जाना जाता है। डॉक्टर मरीज के बांह की स्किन पर लिक्विड इंजेक्ट करेगा और 2 या 3 दिनों के बाद डॉक्टर मरीज बांह में सूजन की जांच करेंगे। अगर उसका रिजल्ट पॉजिटिव आता हैं, तो हो सकता है उस मरीज को टीबी नामक बैक्टीरिया हो पर यह रिपोर्ट नेगेटिव भी आ सकता है।
रक्त परीक्षण
इस टेस्ट को इंटरफेरॉन-गामा रिलीज़ असेस (IGRA) भी कहा जाता है, जब व्यक्ति के ब्लड की थोड़ी सी मात्रा में टीबी का प्रोटीन मिलाया जाता है और फिर उसके बाद होने वाली प्रतिक्रिया को नोट किया जाता है।
अगर स्किन का टेस्ट और ब्लड का टेस्ट दोनों ही पॉजिटिव आता है तो डॉक्टर टीबी की पहचान के लिए निम्न टेस्ट करवा सकते हैं
- फेफड़ों में होने वाले बदलाव को देखने के लिए छाती का एक्स-रे या सीटी स्कैन
- एसिड-फास्ट बेसिलस (एएफबी) के माध्यम से बलगम में टीबी बैक्टीरिया का टेस्ट किया जाता है।
टीबी की गांठ का इलाज
गांठ की टीबी का इलाज किसी व्यक्ति के इंफेक्शन पर ही निर्भर करता है। अगर किसी व्यक्ति को इनैक्टिव टीबी है, तो फिर डॉक्टर किसी व्यक्ति को बैक्टीरिया मारने के लिए कई तरह की दवा देगा ताकि इंफेक्शन दुबारा से एक्टिव न हो। डॉक्टर आपको आइसोनियाज़िड, राइफापेंटाइन या रिफाम्पिन या दोनों दवाएं दे सकते है। आपको 9 महीने तक कई तरह की दवाएं और ड्रग्स भी लेना पड़ सकता है। यदि आपको एक्टिव टीबी के कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत अपने डॉक्टर को दिखाएं और उसका इलाज करवाएं।
विभिन्न दवाओं को मिलाकर खाने से भी गांठ टीबी को ठीक करने का प्रोसिजर सबसे आम हैं। एथमहबटोल, आइसोनियाज़िड, पाइरेज़िनमाइड और रिफाम्पिन दवाओं को मिलाकर भी दवाएं दी जाती है। इन्हें 6 से 12 महीने तक खाना पड़ता जय। अगर किसी मरीज को ड्रग रेजिडेंट टीबी है तो डॉक्टर आपको एक या उससे अधिक तरीके की भी दवाएं दे सकता है। आपको उन्हें 30 से अधिक महीनों तक भी लेना पड़ सकता है।
टीबी की गांठ के दुष्प्रभाव के कारण
गांठ की टीबी के दवा के साइड इफेक्ट्स
गांठ की टीबी की दवा के कई साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। इसके आम साइड इफेक्ट्स में शामिल हैं:
- हाथों और पैरों में सुन्नता और झुनझुनी
- पेट में दर्द, मतली और उल्टी
- भूख में कमी
- दुबला होना
Ethambutol दवा ने साइड में शामिल हो सकता हैं:
- ठंड लगना
- सूजन और जोड़ों में दर्द
- पेट दर्द, मतली और उल्टी
- भूख में कमी
- सरदर्द
- भ्रम का होना
कुछ pyrazinamide दवा के दुष्प्रभाव हैं:
- ऊर्जा की कमी
- मतली और उल्टी
- भूख में कमी
- मांसपेशियों या जोड़ों का दर्द
रिफैम्पिन दवा के साइड इफेक्ट्स में शामिल हैं:
- त्वचा के लाल चकत्ते
- पेट में दर्द, मतली और उल्टी
- दस्त
- भूख में कमी
- पेट में समस्याएं
टीबी की गांठ की विभिन्न जटिलताएं
गांठ की टीबी के कारण विभिन्न जटिलताएं भी हो सकती हैं:
- फेफड़ों को नुक़सान
- हड्डियों, रीढ़ की हड्डी, मस्तिष्क या लिम्फ नोड्स का संक्रमण या नुकसान पहुंचना
- लीवर या किडनी की समस्या
- दिल के आसपास के टिश्यू में सूजन
टीबी की गांठ की रोकथाम
गांठ की टीबी को बढ़ने से को रोकने में मदद करने के लिए निम्न बातों पर अमल करना चाहिए:
- अगर आपको इनैक्टिव टीबी का इंफेक्शन है तो अपनी सभी तरह दवा लें ताकि यह एक्टिव न हो और अन्य लोगों को इससे इन्फेक्शन न हो
- अगर आपको एक्टिव टीबी है, तो अपने से जुड़े अन्य लोगों से कम मिलें और ज्यादा संपर्क न रखें। एक्टिव टीबीके साथ जब आप हंसते हैं या छींकते तथ खांसते हैं तो आप अपना मुंह ढक लें। इलाज़ के शुरुआती दिनों में सर्जिकल मास्क जरूर पहने।
- यदि आप ऐसी जगह की यात्रा कर रहे हैं जहाँ टीबी होना बहुत आम है, तो आप बीमार लोगों के साथ भीड़-भाड़ वाली जगहों पर ज़्यादा समय बिताने से बचें क्योंकि इससे आप भी इन्फेक्शन की चपेट में आ सकते।