पपीता खाने के फायदे
पपीता एक बहुत ही स्वास्थ्यवर्धक फल है। यह पूरी तरह से एंटीऑक्सिडेंट से भरा हुआ होता है जोकि सूजन को कम करने का काम करता है और यह बीमारी से भी लड़ सकता है और साथ ही एंटी एजिंग प्रभाव भी इसमें दिखाई पड़ता है। पपीता खाने के फायदे या पपीते से जुड़े कुछ लाभ निम्नलिखित हैं –
स्वादिष्ट और पोषक तत्वों से भरपूर होता है पपीता
पपीता कैरिका पपीते के पौधे का फल होता है। इसका जन्म मध्य अमेरिका और दक्षिणी मेक्सिको में हुआ था लेकिन अब इसे दुनिया के कई अन्य हिस्सों में बहुत बड़े पैमाने पर उगाया जाता है। पपीता खाने के फायदे की बात करें तो पपीते में पपैन नामक एंजाइम पाया जाता है, जो कि मांसपेशियों के मांस में पाई जाने वाली सख्त प्रोटीन श्रृंखला को तोड़ने का काम कर सकता है। इसलिए कई वर्षों से लोग मांस की जगह पपीते का इस्तेमाल करते हैं।
अगर पपीता पका हुआ हो तो उसे बिना पकाए खाया जा सकता है। हालांकि, कच्चा पपीता खाने से पहले हमेशा पकाया जाना चाहिए विशेष रूप से तब जब आप गर्भावस्था के दौर से गुजर रहें हो क्योंकि कच्चे फल में लेटेक्स काफी अधिक पाया जाता है, जो कि कई तरह से संकुचन को उत्तेजित कर सकता है और नुकसान पहुंचा सकता है।
पपीता का आकार नाशपाती के आकार की तरह ही होता हैं पर यह 20 इंच (51 सेमी) तक लंबा हो सकता हैं। पके होने पर इसकी त्वचा हरी हो सकती और पकने पर यह नारंगी हो जाती है, जबकि इसके अंदर का हिस्सा पीला, नारंगी या लाल होता है। फल में कई काले बीज भी होते हैं, जो खाने योग्य तो होते हैं पर बहुत अधिक कड़वे होते हैं।
एक छोटे पपीते (152 ग्राम) में निम्नलिखित चीजें पाई जाती है:
- कैलोरी: 59
- कार्बोहाइड्रेट: 15 ग्राम
- फाइबर: 3 ग्राम
- प्रोटीन: 1 ग्राम
- विटामिन सी: आरडीआई का 157%
- विटामिन ए: आरडीआई का 33%
- फोलेट (विटामिन बी9): आरडीआई का 14%
- पोटेशियम: RDI का 11%
- कैल्शियम, मैग्नीशियम और विटामिन बी1, बी3, बी5, ई और के की मात्रा भी पाई जाती है।
पपीता खाने के फायदे तो आप जान ही चुके हैं पर आपको बता दें कि पपीते में हेल्थी एंटीऑक्सिडेंट भी होते हैं जिन्हें कैरोटेनॉयड्स के नाम से जाना जाता है। यह विशेष रूप में पाया जाता है उसे लाइकोपीन कहा जाता है।
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है पपीता
कई फ्री रेडिकल्स हमारे शरीर के मेटाबॉलिज्म के दौरान बने हुए कई रेडिकल्स होते हैं। वे ऑक्सीडेटिव तनाव को बढ़ावा देने का काम कर सकते हैं, जिससे कई तरह की बीमारी हो सकती है। पपीते में पाए जाने वाले कैरोटीनॉयड सहित एंटीऑक्सिडेंट फ्री रेडिकल्स को बेअसर करने का काम कर सकते हैं।
जय रिसर्च से पता चला है कि पपीता वृद्ध या वयस्कों और प्रीडायबिटीज, हल्के हाइपोथायरायडिज्म और यकृत रोग होने वाले लोगों में ऑक्सीडेटिव तनाव को कम कर सकने का काम कर सकता है।
साथ ही कई शोधकर्ताओं का यह भी मानना है कि दिमाग में अत्यधिक फ्री रेडिकल्स अल्जाइमर रोग होने में का महत्वपूर्ण कारक हो सकते हैं।
एक रिसर्च में पाया गया है कि अल्जाइमर से पीड़ित लोगों को छह महीने के लिए पपीता का अर्क दिया गया और उनके बायोमार्कर में 40% की गिरावट नोट की गई जोकि डीएनए की ऑक्सीडेटिव क्षति का भी संकेत देता है – और यह उम्र बढ़ने और कैंसर से भी जुड़ा हुआ होता है।
ऑक्सीडेटिव टेंशन में कमी को पपीते की लाइकोपीन सामग्री और एक्स्ट्रा लोहे को हटाने की क्षमता के लिए जिम्मेदार ठहराया जाता है, जिसे फ्री रेडिकल्स के उत्पादन के लिए जाना जाता है।
पपीते में पाए जाते हैं कैंसर रोधी गुण
पपीता के फायदे यह है कि इसमें कैंसर रोधी गुण पाए जाते हैं। कई तरह के रिसर्च बताते हैं कि पपीते में मौजूद लाइकोपीन कैंसर के खतरे को कम कर सकता है। यह उन लोगों के लिए भी फायदेमंद हो सकता है जिनका इलाज कैंसर के लिए किया जा रहा होता है। पपीता कैंसर को बढ़ाने के लिए जाने जानेवाले करने वाले फ्री रेडिकल्स को कम करने का काम कर सकता है। इसके अलावा पपीते के कुछ अनूठे प्रभाव भी हो सकते हैं जो कि कई अन्य फलों द्वारा नहीं पाए जाते होंगे। अभी तक पता चले एंटीऑक्सीडेंट गुणों वाले 14 फलों और सब्जियों में, केवल पपीते ने ब्रेस्ट कैंसर कोशिकाओ में कैंसर विरोधी गतिविधि को नोट करने का काम किया है।
वयस्क हो चुके लोगों में सूजन और पूर्व में हुए कैंसर की स्थिति के साथ किए गए एक छोटे से रिसर्च में पता चला है कि पपीते ने ऑक्सीडेटिव के नुकसान को कम कर दिया। पर अभी निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दीबाजी होगी क्योंकि इस विषय में और अधिक शोध की जरूरत है।
हृदय के स्वास्थ्य में सुधार कर सकता है पपीता
पपीता के फायदे यह भी हैं कि यह बहुत अधिक स्वास्थ्य वर्धक है। आप अपने आहार में अगर पपीता शामिल करते हैं तो पपीता शामिल करने से आपके हृदय के स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है। कई तरह के अध्ययनों से पता चलता है कि लाइकोपीन और विटामिन सी से भरपूर फल हृदय रोग को रोकने में मदद करता हैं।
पपीते में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट हमारे दिल की रक्षा कर सकते हैं और “अच्छे” एचडीएल कोलेस्ट्रॉल के प्रभावों को काफी हद तक बढ़ा सकते हैं।
एक रिसर्च में पता चला है कि, जिन लोगों ने 14 सप्ताह के लिए पपीता को सप्लीमेंट के तौर पर लिया है उनमें सूजन कम थी और “खराब” एलडीएल से “अच्छे” एचडीएल का अनुपात उन लोगों की तुलना में बेहतर था जिन्हें पपीते की जगह प्लेसबो दिया गया था और उन्होंने पपीते का सेवन नहीं किया था। एक सामान्य मात्रा में पपीते का सेवन हृदय रोग के खतरे को काम कर सकता है और हृदय को स्वस्थ रख सकता है।
सूजन से लड़ सकने में सहायक हो सकता है पपीता
पुरानी सूजन कई बीमारियों की जड़ होता है, और साथ ही अस्वास्थ्यकर भोजन और खराब जीवनशैली उस व्यक्ति में सूजन की समस्या को और अधिक बढ़ा सकते हैं। कई रिसर्च में पता चला है कि पपीता जैसे एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर फल और सब्जियां भड़काऊ मार्करों को कम करने में बहुत अधिक मदद करती हैं।
उदाहरण के लिए देखें तो एक अध्ययन में कहा गया है कि जिन पुरुषों ने कैरोटीनॉयड में अधिक फल और सब्जियों का सेवन किया है उनमें सीआरपी जोकि एक विशेष सूजन मार्कर है में उल्लेखनीय कमी आई। पर अभी इस बारे में पुख्ता तरीके से कुछ भी नहीं कहा जा सकता है क्योंकि इस विषय में अधिक शोध की जरूरत होती है।
पाचन में सुधार कर सकता है पपीता
पपीते में मौजूद पपैन एंजाइम प्रोटीन को पचाने में बहुत अधिक आसान बना सकता है। उष्ण कटिबंध में लोग पपीते को कब्ज और इर्रिटेबल बोवेल सिंड्रोम (आईबीएस) के अन्य लक्षणों के लिए एक उपाय के रूप में इस्तेमाल करते हैं और उनको इससे लाभ भी मिलता है। एक अध्ययन में पाया गया है कि जिन लोगों ने 40 दिनों तक पपीता पर आधारित फार्मूला को अपनाया है उनके कब्ज और सूजन में महत्त्वपूर्ण की आई है और उन्हें बहुत अधिक आराम मिला है। जानवरों और मनुष्यों में अल्सर के इलाज के लिए बीज, पत्तियों और जड़ों को भी लाभकारी माना गया है पर इस विषय में अधिक रिसर्च की जरुरत है।
त्वचा को होने वाले नुकसान से बचाता है पपीता
पपीते के फायदे यह है कि यह स्किन को नुकसान होने से बचाता है। हमारे शरीर को स्वस्थ रखने के अलावा पपीता आपकी त्वचा को अधिक टोंड और जवां बनाए रखने में भी बहुत अधिक मदद कर सकता है। यह माना जाता है कि अत्यधिक गतिविधि करने के कारण उम्र के साथ होने वाली झुर्रियों, स्किन का ढीला होना और कई अन्य त्वचा की क्षति के लिए इसे जिम्मेदार माना जाता है। पपीते में मौजूद विटामिन सी और लाइकोपीन आपकी त्वचा की रक्षा करते हैं और उम्र बढ़ने के इन लक्षणों को कम करने में बहुत अधिक मदद कर सकते हैं। एक अध्ययन में पाया गया है कि 10-12 सप्ताह के लिए लाइकोपीन के साथ सूर्य के संपर्क में आने के बाद त्वचा की लालिमा में कमी आई, जो त्वचा पर होने वाले का संकेत हो सकता है। इसके अलावा 14 सप्ताह तक लाइकोपीन, विटामिन सी और अन्य एंटीऑक्सिडेंट के मिश्रण का सेवन करने वाली वृद्ध महिलाओं में चेहरे की झुर्रियों में काफी अधिक कमी पाई गई और इससे उन्हें बहुत अधिक लाभ पहुंचा है।
बॉटम लाइनकच्चा पपीता खाने के फायदे और नुकसान जानने के बाद भी आप कह सकते हैं कि पपीता कई मूल्यवान पोषक तत्वों से भरपूर होता है और इसका स्वाद भी बहुत अधिक स्वादिष्ट होता है। लाइकोपीन जैसे शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट आपके कई रोगों के जोखिम को कम कर सकते हैं बल्कि विशेष रूप से वे जो उम्र के साथ आते हैं, जैसे कि हृदय रोग और कैंसर। यह उम्र बढ़ने के दिखाई देने वाले संकेतों से भी बचाव करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, जिससे आपकी त्वचा को चिकना और युवा बनाए रखने में बहुत अधिक मदद मिलती है। आप आज से ही इस स्वस्थ और स्वादिष्ट फल को अपने आहार में शामिल करने का प्रयास करें और इसका पूरी तरह से लाभ उठाएं।