फैटी लीवर के लक्षण
फैटी लीवर को हेपेटिक स्टीटोसिस भी कहा जाता है। यह तब होता है जब लीवर में फैट बहुत अधिक जमा हो जाता है। लीवर में कम मात्रा में वसा का होना बहुत ही सामान्य बात है, लेकिन बहुत अधिक मात्रा में वसा का होना स्वास्थ्य की समस्या का कारण बन सकता है।
लीवर किसी भी व्यक्ति के शरीर का दूसरा सबसे बड़ा अंग होता है। यह भोजन और पेय पदार्थों से पोषक तत्वों को निकालने में मदद करने का काम करता है और आपके ब्लड से हानिकारक पदार्थों को फ़िल्टर करने का भी काम करता है।
लीवर में बहुत अधिक वसा का होना लीवर में सूजन को पैदा कर सकता है, जोकि किसी भी व्यक्ति के लीवर को नुकसान पहुंचा सकता है और उसका शरीर पर खराब प्रभाव पड़ सकता है। इसकी वजह से लीवर भी फेल हो सकता है।
बहुत अधिक शराब पीने वाले व्यक्ति में फैटी लीवर बन सकता है, तो इसे अल्कोहलिक फैटी लीवर रोग (AFLD) के नाम से भी जाना जाता है।
कोई भी व्यक्ति जोकि बहुत अधिक शराब नहीं पीता है, उसे लीवर रोग को NAFLD के रूप में जाना जाता है। वर्ल्ड जर्नल ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी के शोधकर्ताओं को माने तो NAFLD संयुक्त राज्य और यूरोप में 25 से 30 प्रतिशत लोगों को सामान्य तौर पर प्रभावित करता है।
फैटी लीवर के लक्षण
फैटी लीवर के लक्षण शुरूआती दिनों में अच्छे से नहीं दिखते हैं पर इस दौरान आप खुद को बहुत थका हुआ महसूस कर सकते हैं और अपने पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द या फिर बेचैनी को महसूस कर सकते हैं।
कई लोगों को विभिन्न मुश्किलों का सामना करना पड़ता है जिसमें की उनके लीवर पर निशान बन जाता है लीवर के जख्म को लिवर फाइब्रोसिस कहते हैं। अगर आपने लिवर फाइब्रोसिस के लक्षण बहुत अधिक गंभीर हो जाते हैं तो इसे लीवर सिरोसिस के नाम से जाना जाता है।
लिवर सिरोसिस निम्न लक्षण पैदा कर सकता है:
- भूख में कमी
- वजन का घटना
- शरीर का कमज़ोर होना
- बहुत अधिक थकान होना
- नकसीर का होना
- त्वचा में खुजली का होना
- त्वचा में पीलापन और आंखों को नुकसान
- पेट में दर्द का होना
- पेट की सूजन का बढ़ना
- पैरों की सूजन का बढ़ना
- पुरुषों के स्तन में बढ़ोतरी होना
- उलझन होना
सिरोसिस जीवन को नुकसान पहुंचाने वाली बीमारी है। उसे पहचानने और उसको ठीक करने की कोशिश करे।
फैटी लीवर के कारण
फैटी लीवर के लक्षण जानने के बाद आइए फैटी लीवर के कारण को जानते हैं। फैटी लीवर के लक्षण तब अधिक होते है जब आपका शरीर बहुत अधिक वसा को पैदा करना शुरू कर देता है या वसा का पर्याप्त रूप से इस्तेमाल नहीं कर पाता है। बची हुई कोशिकाएं लीवर में जमा हो जाती है, जहां यह जमा होती है वहीं लिवर की बीमारी होती है।
यह वसा कई अन्य चीजों के कारण भी बन सकती है।
उदाहरण के लिए देखें तो बहुत अधिक शराब पीने से अल्कोहलिक फैटी लीवर की बीमारी हो सकती है। यह शराब से संबंधित लिवर की बीमारी का पहला स्टेज होता है।
जो लोग बहुत अधिक शराब नहीं पीते हैं, उनमें फैटी लीवर रोग का कारण जल्दी पता नहीं चलता है।
फैटी लीवर रोग में निम्नलिखित में से एक या उसे अधिक कारक अपनी भूमिका निभा सकते हैं:
- मोटापा
- हाई ब्लड शुगर
- इंसुलिन
- वसा का बहुत उच्च स्तर जिसमें की ट्राइग्लिसराइड्स का बहुत अधिक होना
फैटी लीवर रोग के बहुत कम सामान्य कारणों में निम्नलिखित बातें शामिल हैं:
- गर्भावस्था के कारण
- तेजी से वजन का घटाना
- कई प्रकार के इंफेक्शन जैसे कि हेपेटाइटिस सी इत्यादि
- कुछ प्रकार की दवाओं से होने वाले साइड इफेक्ट, जैसे मेथोट्रेक्सेट (ट्रेक्साल), टैमोक्सीफेन (नोलवाडेक्स), एमियोडोरोन (पैसेरोन), और वैल्प्रोइक एसिड (डेपकोट)
- जहरीले पदार्थो के संपर्क के कारण
फैटी लीवर के जोखिम
बहुत अधिक मात्रा में शराब पीने से किसी व्यक्ति को फैटी लीवर रोग होने का खतरा बहुत अधिक बढ़ जाता है। आपको और भी अधिक जोखिम हो सकता है अगर आप :
- बहुत अधिक मोटे है।
- टाइप 2 मधुमेह से पीड़ित होना
- पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम से ग्रसित होना
- गर्भवती के कारण
- कई इंफेक्शन के कारण जैसे कि हेपेटाइटिस सी
- कुछ दवाओं के सेवन के कारण जैसे कि मेथोट्रेक्सेट (ट्रेक्सल), टैमोक्सीफेन (नोलवाडेक्स), एमियोडोरोन (पेसरोन), और वैल्प्रोइक एसिड (डेपकोट)
- बहुत अधिक कोलेस्ट्राल के कारण
- हाई ट्राइग्लिसराइड के कारण
- हाई ब्लड शुगर के कारण
- मेटोब्लिज्म सिंड्रोम के कारण
यदि किसी व्यक्ति के पास फैटी लीवर रोग का पारिवारिक इतिहास पहले से ही है, तो उस व्यक्ति को इस बीमारी के होने की सम्भावना बढ़ जाती है।
फैटी लीवर को डाइग्नोस करना
फैटी लिवर के लक्षण जानने के बाद आइए जानते हैं कि इसको डाइग्नोज कैसे किया जाता है। फैटी लीवर को डाइग्नोस करने के लिए आपका डॉक्टर आपकी मेडिकल हिस्ट्री मांग सकता है और शारिरिक परीक्षा भी कर सकता है या फिर एक से अधिक टेस्ट करवाने को भी कह सकता है। डॉक्टर आपसे विभिन्न तरीके के सवाल भी पूछ सकते हैं और आपको ईमानदारी से उन सवालों का जवाब देना चाहिए।
फैटी लीवर का इलाज
वर्तमान समय में फैटी लीवर रोग के इलाज के लिए अभी तक कोई भी दवा नहीं बनी है। इसकी वजह से फैटी लीवर का इलाज करने के लिया अभी और अधिक शोध तथा अध्ययन की जरूरत है। कई मामलों में जीवनशैली में बदलाव करने से फैटी लीवर की बीमारी को दूर करने में किसी भी व्यक्ति को बहुत अधिक मदद मिल सकती है। उदाहरण के लिए डॉक्टर आपको निम्नलिखित सलाह दे सकते है:
- शराब को सीमित करें या उससे पूरी तरह बचने का प्रयास करें।
- वजन कम करने के लिए जरूरी कदम उठाएं
- जरूरत पड़ने पर अपने आहार में बदलाव करें
अगर आपको कई अन्य परेशानियां भी हैं तो आपका डॉक्टर और अधिक इलाज की सिफारिश कर सकता है। सिरोसिस का इलाज करने के लिए डॉक्टर निम्न सलाहें दे सकते हैं :
- जीवन शैली में बदलाव करना
- दवाओं का इस्तेमाल करके प्रभाव को कम करना
- सर्जरी करना
सिरोसिस से लीवर बहुत अधिक खराब हो सकता है। यदि आपका लिवर खराब हो जाता है तो आपको लिवर प्रत्यारोपण की जरूरत पड़ सकती है।