महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण
हार्ट अटैक या दिल के दौरा का होना एक बहुत ही जानलेवा घटना है जो कि हार्ट में ब्लड के प्रवाह या सर्कुलेशन में रूकावट आने के कारण होती है। महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण को जानने से पहले व्यक्ति को जल्द ही चिकित्सा से जुड़ी मदद मिल सकती है और उस वजह से उसकी जान बच सकती है।
पुरुषों की तुलना में महिलाओं में शुरूआती समय में दिल के दौरे से बचने की संभावना बहुत कम होती है। ऐसा इसलिए हो सकता है क्योंकि कई तरह के लक्षण विभिन्न तरह के जेंडर को ध्यान में रखकर बनाए जाते है। महिलाओं में म्यूटेड हार्ट अटैक पड़ने की संभावना बहुत अधिक होती है और उसके लक्षण सामान्य लक्षण नहीं होते है।
इसके अलावा देखा जाए तो महिलाओं में हार्ट अटैक के कई यूनिक लक्षण होते हैं जोकि कई बिमारियों के जोखिम को बहुत अधिक बढ़ा देते हैं जैसे कि पॉलीसिस्टिक अंडाशय से जुड़े सिंड्रोम (पीसीओएस) जोकि पुरूषों में बहुत अधिक पाए जाते हैं।
महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण
बहुत से लोग सोचते हैं कि दिल का दौरा अचानक आ जाता है और वो भी बिना कोई लक्षण दिखाए हुए। पर कई तरह के रिसर्च बताते हैं कि महिलाओं को दिल का दौरा पड़ने से पहले कई हफ्तों तक इसके लक्षणों का अनुभव होता है।
2003 में प्रकाशित एक शोध में पता चला है कि हार्ट अटैक से पीड़ित 515 महिलाओं में से 80 प्रतिशत महिलाओं में दिल का दौरा पड़ने से कम से कम 4 हफ्ते पहले कोई न कोई एक लक्षण जरूर था।
इसके कई तरह के लक्षण कई समय से किसी महिला के शरीर में हो सकते हैं या फिर आ सकते हैं और जा भी सकते है जिसकी वजह से वे किसी महिला की नींद को भी खराब कर सकते हैं।
अगर इससे जुड़ा कोई भी लक्षण किसी महिला को है तो उसे तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए क्योंकि हार्ट अटैक किसी भी व्यक्ति के लिए बहुत अधिक घातक हो सकता है भले ही उसके लक्षण बहुत अधिक हल्के हो या बहुत अधिक गंभीर।
महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण में निम्न शामिल है –
1.सीने में दर्द
पुरुषों और महिलाओं दोनों में दिल के दौरे का सबसे आम लक्षण होता है सीने में दर्द या बेचैनी का होना। आपको इस दौरान निम्न लक्षण दिख सकते है-
- घुटन महसूस करना
- सीने पर दबाव का महसूस होना।
- एक ऐसा दर्द जिसमें लगे कि सीने को निचोड दिया गया है।
- बहुत अधिक दर्द का होना
हालांकि कई महिलाओं को सीने में तकलीफ के बिना दिल का दौरा पड़ सकता है।
2003 में हुए एक अध्ययन में शामिल 29.7 प्रतिशत महिलाओं ने हार्ट अटैक से पहले के हफ्तों में सीने में परेशानी का बहुत अधिक अनुभव किया है। इसके अतिरिक्त 57 फीसदी लोगों को हार्ट अटैक के दौरान सीने में दर्द हुआ।
2.बहुत अधिक थकान का होना
कई बार हार्ट अटैक आने से पहले कई हफ्तों में अक्सर बहुत अधिक थकान महसूस होने लगती है। हार्ट अटैक होने से ठीक पहले थकान भी महसूस लगती है। यहां तक कि कई तरह की साधारण गतिविधियां जिनमें कि बहुत अधिक मेहनत की जरूरत नहीं होती है वो काम भी महिलाओं ने बहुत अधिक थकान बनने का कारण बन सकते है।
3.कमजोरी का होना
कमजोर होना या शरीर का कांपना भी एक महिला में हार्ट का एक सामान्य और बहुत तेजी से फैलने वाला लक्षण बन सकता है।
महिलाओं को यह कमजोरी या विभिन्न तरह की समस्याएं कई लोगों के साथ हो सकती है:
- बहुत अधिक चिंता करना
- सिर चकराने जैसी समस्या
- बहुत अधिक बेहोशी का होना
- बहुत अधिक हल्का महसूस करना
4. सांस लेने में तकलीफ का होना
सांस की तकलीफ या बिना के कोई काम किए बहुत तेज तेज सांस लेना और वो भी खासकर तब जब थकान या सीने में दर्द के साथ दिल की समस्याओं का सुझाव दे सकता है।
कई महिलाओं को लेटते समय सांस की तकलीफ भी महसूस हो सकती है पर जब वे सीधे बैठी होती हैं तो उनके लक्षण कम हो जाते हैं।
5. बहुत अधिक पसीना आना
बिना किसी सामान्य कारण के भी अत्यधिक पसीना आ सकता है और बहुत अधिक पसीना आना महिलाओं में हार्ट अटैक का एक और सामान्य सा लक्षण है। इस दौरान ठंड भी लग सकती है और कई बार चिपचिपा भी महसूस हो सकता है जोकि हार्ट अटैक का ही एक लक्षण है।
6. शरीर के ऊपरी हिस्से में दर्द होना
यह आमतौर पर सामान्य सा लक्षण होता है और इसे हार्टअटैक से पहले शरीर में किसी विशेष मांसपेशी या जोड़ों में दर्द हो सकता है। इससे प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में शामिल हैं:
- गर्दन में दर्द का होना
- जबड़ा का दर्द करना
- पीठ का ऊपरी हिस्सा या या हाथ का ऊपरी हिस्सा
दर्द किसी एक हिस्से में शुरू हो सकता है और धीरे-धीरे यह दूसरे कई हिस्सों में भी फैल सकता है, या यह अचानक भी आ सकता है।
7.नींद में गड़बड़ी का होना
2003 के एक रिसर्च में लगभग आधी महिलाओं ने कहा दिल का दौरा पड़ने से पहले के हफ्तों में नींद की विभिन्न समस्यायों से वो जूझ रही थी।
इसमें निम्नलिखित चीजें शामिल हो सकती है जैसे:
- सोने में कठिनाई का होना
- रात भर नींद न आना
- पर्याप्त नींद लेने के बावजूद थकान का महसूस होना
8. पेट की समस्या का होना
कुछ महिलाओं को दिल का दौरा पड़ने से पहले पेट में दर्द या प्रेशर भी महसूस हो सकता है।
संभावित दिल के दौरे से जुड़े कई अन्य पाचन मुद्दों में ये बातें शामिल हो सकती हैं:
- खट्टी डकार का आना
- जी का मिचलाना
- बहुत अधिक उल्टी का आना
9.मेनोपॉज के बाद दिल के दौरे का खतरा
मेनोपॉज के बाद एस्ट्रोजन का स्तर गिरने से हार्ट अटैक का खतरा बहुत अधिक बढ़ जाता है।
मेनोपॉज के बाद दिल के दौरे के लक्षणों में निम्न बातें शामिल हैं:
- हाथ, पीठ, गर्दन, जबड़े या पेट में दर्द या बेचैनी का होना
- तेज़ या अनियमित रूप से दिल की धड़कन का बढ़ना
- सीने में बहुत तेज दर्द का होना
- बिना किसी गतिविधि के भी पसीना आना
महिलाओं में हार्ट अटैक का इलाज
महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण जानने के बाद आइए जानते हैं कि हार्ट अटैक से बचाव का क्या उपाय है। महिलाओं में हार्ट अटैक के खतरे से बचाव के लिए कई तरीके हैं जिनको अपनाकर आप हार्ट अटैक के खतरों से बच सकते हैं –
- आप अपने डॉक्टर के पास नियमित रेप से स्वास्थ्य जांच के लिए जाएं।
- हाई ब्लड प्रेशर और उच्च कोलेस्ट्रॉल और साथ ही मधुमेह सहित कई अन्य स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का समय रहते इलाज।
- धूम्रपान को छोड़ना और किसी भी रूप में तंबाकू से परहेज करना। किसी भी व्यक्ति के धूम्रपान छोड़ने के 12 महीने बाद ही उसके हार्ट अटैक का जोखिम लगभग 50 प्रतिशत तक कम हो जाता है।
- अधिक वजन होने पर वजन को कम करना।
- हर दिन कम से कम 30 मिनट की एरोबिक गतिविधि में शामिल होना, जैसे कि पैदल चलना।
- संतुलित आहार का सेवन करना और जरूरत हो तो डाइट प्लान के लिए विशेषज्ञ के पास जाना।
महिलाओं में हृदय रोग के लक्षण और दिल का दौरा पड़ने के जोखिम को कम करने के लिए महिलाएं कई कदम उठा सकती हैं। दिल के दौरे के लक्षणों के बारे में अच्छे से जानना, हार्ट अटैक पड़ने से पहले उसके लक्षणों के बारे में जानना। इन सब बातों को अपनाकर परिणामों में भी सुधार किया जा सकता है और हार्ट अटैक को रोका जा सकता है।