मेथी के फायदे
मेथी भारत के अधिकतर रसोईघरों में मौजूद मेथी एक आयुर्वेदिक औषधि है। अपने खुशबू व औषधीय गुणों के कारण मेथी का प्रयोग बड़े पैमाने पर भारतीय खाने में किया जाता है। लगभग 1 फुट के इस पौधे की हरी पत्तियों से साग बनाने के अलावा इसके दानों का प्रयोग भी किया जाता है। संस्कृत में मेथी को मेथिका कहा जाता है कन्नड़ में इसे मेन्तिया, तेलुगु में मेंतुलु, तमिल में वेंडयम, मलयालम में वेन्तियम, अंग्रेजी में फेनुग्रीक और लेटिन में त्रायिगोनेल्ला फोएनम ग्रीकम के नाम से जाना जाता है। अपने स्वभाव से गर्म मेथी खुशबू व औषधीय गुणों के कारण सब्जी, मसालों के साथ-साथ दवाइयों में भी इस्तेमाल की जाती है। भूमध्य क्षेत्र, दक्षिण यूरोप और पश्चिम एशिया में इसकी खेती बहुतायत में होती है। मेथी को भारत में अलग-अलग नामों से जाना जाता है।
कोलेस्ट्रॉल व गले में सूजन को कम करने के साथ-साथ मेथी मां के दूध को बढ़ाने, बालों को घना, मजबूती प्रदान करने व रूसी खत्म करने तथा गर्म तासीर होने के कारण सर्दी व जुकाम को खत्म करने का भी काम करती है।
मेथी के फायदे
मधुमेह को नियंत्रित करना
मेथी शुगर के रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद है। इसमें पाया जाने वाला फाइबर कार्बोहाइड्रेट व शुगर की मात्रा को कम करता है। टाइप 2 मधुमेह के रोगियों के लिए यह बहुत ही फायदेमंद है। पानी में भिगोए गए बीज का सेवन करने से जहां शुगर नियंत्रण में रहती है वहीं मेथी के बीज का सेवन करने से टाइप 2 मधुमेह रोगियों को इंसुलिन प्रतिरोध करने में मदद मिलती है। मेथी में
हाइपोग्लिसेमिक नामक तत्व पाया जाता है जो शरीर में शुगर की मात्रा कम करने के लिए प्रसिद्ध है।
कब्ज को दूर करना
भारत की एक बड़ी जनसंख्या कब्ज से पीड़ित है।
मेथी कब्ज से छुटकारा दिलाने का एक उत्तम घरेलू उपचार है। मेथी की सब्जी सुबह शाम खाने से कब्ज में राहत मिलती है तो वहीं रात को सोते समय गर्म पानी के साथ एक चम्मच मेथी खाने से कब्ज की समस्या को खत्म किया जा सकता है।
मां के दूध में वृद्ध
नवजात शिशु के लिए मां का दूध बेहद मूल्यवान होता है। वह रोगों से लड़ने में जीवनभर शिशु की रक्षा करता है। कई माएं कम दूध की समस्या से जूझती है जिससे बच्चे को पूरा दूध नहीं मिल पाता है और उसकी पूर्ति करने के लिए अन्य माध्यमों का सहारा लेना पड़ता है जो बच्चे को मां के दूध जैसा पोषण नहीं दे पाता है। मेथी में काफी अधिक मात्रा में कैल्शियम पाई जाती है जो मां में कम दूध की समस्या को दूर करती है और दूध की मात्रा में बढ़ोत्तरी करती है। इस सबंध में और भी अधिक अध्ययन की आवश्यकता है।
सर्दी जुकाम में राहत
मेथी की तासीर गर्म होती है जिसके कारण यह सर्दी झुकाम की खत्म करती है। सर्दी जुकाम से पीड़ित व्यक्ति यदि 1 चम्मच मेथी दानों का सेवन गर्म दूध के साथ करे तो उसे जल्दी समस्या से राहत मिलेगी। इसमें पाए जाने वाले एंटी वायरल गुण फ्लू एवं सर्दी से लड़कर उन्हें जल्द ही मात दे देते हैं।
मोटापा कम करने में सहायक
मोटापा एक वैश्विक बीमारी बन चुका है। करोड़ों की संख्या में लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं। मोटापे को खत्म करने के लिए आने वाली दवाईयां बहुत महंगी होती है पर रसोई घर में पाई जानेवाली मेथी भी मोटापा खत्म करती है। मेथी दाने का पानी हमारे शरीर का वजन कम करने में सहायक होता है। मेथी के पानी का सेवन करने से मेटाबॉलिज्म बढ़ता है और लगभग एक महीने तक नियमित रूप से सेवन करने के बाद शरीर के वजन में कमी आ जाती है। इसमें मौजूद फाइबर फैट बर्न करने में सहायता करता है।
कोलेस्ट्रॉल को करती है नियंत्रित
शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने से कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती है जैसे- रक्तचाप मोटापा इत्यादि। मेथी कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने का एक अचूक उपाय है। नारिंगेनिन नाम का फ्लेवोनोइड मेथी के दानों में पाया जाता है जो खून में लिपिड के स्तर में कमी लाता है और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रण में रखता है। विभिन्न शोधों से भी यह पता चलता है कि मेथी में पाए जानेवाले एंटीऑक्सीडेंट कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं।
पुरुषों की यौन शक्ति बढ़ाने में सहायक
टेस्टोस्टेरोन की कमी से जूझ रहे पुरुषों के लिए मेथी रामबाण साबित होती है। मेथी का सेवन करने से पुरुषों में यौन की शक्ति व टेस्टोस्टेरोन बढ़ोतरी होती है। मेथी शरीर में एस्ट्रोजन का उत्पादन कम करके टेस्टोस्टेरॉन में वृद्धि करती ही जिससे शारीरिक क्षमता में बढ़ोतरी होती है।
मेथी करती है रक्तचाप में सुधार
मेथी निम्न रक्तचाप की समस्या से ग्रसित लोगों के लिए बेहद फायदेमंद है। नियमित रूप में रोज 1 चम्मच मेथीदाने का सेवन करने से खून साफ होता और संचार अबाधित रहता है। मेथी में पाया जानेवाला एंटीहाइपरटेंसिव प्रभाव रक्तचाप को नियंत्रित रखती है।
बालों के लिए फायदेमंद है मेथी
यदि बालों के झड़ने से परेशान है तो मेथी दाने के उपयोग से ये परेशानी खत्म की का सकती है। मेथी में पाया जानेवाला प्रोटीन गंजेपन, बालों का पतलापन इत्यादि को खत्म कर सकता है। मेथी में पाया जानेवाला लेसिथीन भी पाया जाता है जो बालों को घना और मजबूत बनाने के साथ साथ
मॉइस्चराइज भी करता है। रोज एक चम्मच मेथी के दानों का सेवन करने व लेप लगाने वालों में खुश्की व झडने की समस्या से निजात पाया जा सकता है।
मासिक धर्म में है मेथी फायदेमंद
मेथी में कई ऐसे गुण पाए जाते हैं जो मासिक धर्म के दौरान महिलाओं को असहनीय दर्द से आराम पहुंचता हैं। एंटीइंफ्लेमेटरी, एनाल्जेसिक, एंटीस्पास्मोडिक व ड्यूरेटिक गुण मेथी के दानों में पाया जाता है जिसके प्रभाव के कारण डिसमेनोरिया(मासिक धर्म में होने वाला दर्द) से आराम मिलता है। मासिक धर्म के दौरान भी गर्म प्रवृत्ति का होने के कारण कम मात्रा में ही लेना चाहिए अन्यथा शरीर पर नकारात्मक प्रभाव पड सकता है।
कैंसर में भी मेथी बेहद लाभकारी
कैंसर जैसे घातक बीमारियों कि संभावनाओं को भी मेथी कम करती है। मेथी के बीज में कैंसररोधी प्रभाव पाए जाते हैं जो कैंसर की कोशिकाओं से लड़ती है और कैंसर के खाते को कम करती है।
- मेथी खाने का नुक़सान
1.हाइपोग्लिसेमिक प्रभाव के कारण कम रक्त शुगर के मरीजों को मेथी का नियंत्रित प्रयोग करना चाहिए या मेथी के सेवन से बचना चाहिए।
2. मेथी उच्च रक्तचाप को कम करती है इसलिए कम रक्तचाप की समस्या से पीड़ित व्यक्तियों को मेथी के सेवन से बचना चाहिए अन्यथा कम रक्तचाप की समस्या से ग्रसित हो जाएंगे।
3. कई व्यक्तियों को मेथी के सेवन से एलर्जी भी हो सकती है और त्वचा पर रैशेज आ जाता है इसलिए मेथी के उपयोग से उन्हें बचना चाहिए।
4. मेथी की तासीर गर्म होती है जिसके फलस्वरूप कई लोगों को गैस व बवासीर की समस्या भी हो सकती है इसलिए इन समस्याओं के लक्षण मिलते ही चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।
4. बच्चों को मेथी का कम से कम प्रयोग करना चाहिए क्योंकि इससे दस्त लग सकता है और मेथी की चाय पीने से बच्चों की दिमागी क्षमता पर असर पड सकता है।
- मेथी का सेवन करते समय ध्यान रखें-
अधिक मात्रा में सेवन करने से शरीर को नुकसान पहुंच सकता है। नियंत्रित मात्रा में ही सेवन करें।
मेथी गर्म तासीर की होती है इसलिए इसका सेवन गर्मियों में कम से कम करें।
सामान्य व्यक्ति को 1-2 चम्मच मेथीदाने का ही प्रयोग करना चाहिए। ज्यादा मेथीदाने का सेवन करने पर शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।