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मोतियाबिंद के लक्षण

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मोतियाबिंद क्या होता है?

मोतियाबिंद होने की संभावना तब होती है जब साफ रहने वाला आंख का लेंस धुंधला होने लगता है। आपको देखने के लिए लाइट की जरूरत होती है पर बैलेंस से होकर जाती है लेंस हमारी आईरिस यानी के रंगीन हिस्से के पीछे होती है लेंस प्रकाश को इकट्ठा करता है और उसके बाद दिमाग और एक साथ मिलकर एक तस्वीर बनाते हैं और उसके अनुसार काम करता है।

जब मोतियाबिंद पूरी तरह से लेंस को ढक लेता है या धुंधला कर देता है वहां पर लाइट नहीं पहुंच पाती है और वह फोकस नहीं कर पाता है। हमारी आंखों को धुंधला दिखने लगता है हमें देखने में परेशानी हो सकते हैं मोतियाबिंद का इलाज उसके स्थान और आकार पर निर्भर करता है।

मोतियाबिंद किसे होता है?

सामान्यतः व्यक्तियों को 40 साल की उम्र के आसपास मोतियाबिंद होना शुरू हो जाता है पर हो सकता है कि इसके लक्षण आपको 60 साल की उम्र तक भी ना दिखाई दे और कभी-कभी तो कई बच्चे जन्म लेते ही मोतियाबिंद के शिकार हो जाते हैं पर जन्म के समय मोतियाबिंद होने की संभावना बहुत ही कम होती है।

आपको मोतियाबिंद होने का खतरा हो सकता है अगर आप निम्नलिखित आदतों को अपनाएं हुए हैं तो –

  •  अगर आप सिगरेट का इस्तेमाल करते हैं तो मोतियाबिंद होने की संभावना बढ़ जाती है।
  • खराब वायु प्रदूषण वाले शहरों में रहने से मोतियाबिंद हो सकता है।
  • शराब का बहुत अधिक इस्तेमाल करने से भी मोतियाबिंद हो सकता है।
  • अगर आपके परिवार में किसी को मोतियाबिंद है तो आपको भी मोतियाबिंद होने की संभावना बढ़ जाती है।

मोतियाबिंद होना कितने आम हैं?

 मोतियाबिंद अधिकतर बुढ़ापे में होता है। इसी वर्ष और उससे अधिक उम्र के 50% से अधिक लोगों को मोतियाबिंद होता है।

क्या दोनों आँखों में मोतियाबिंद हो सकता है?

 किसी भी व्यक्ति को दोनों आंखों में मोतियाबिंद हो सकता है। मोतियाबिंद अगर एक आंख में हुआ है तो उसके प्रभाव से वह दूसरे आंख में भी हो सकता है या फिर कई दिनों बाद अपने आप विकसित हो सकता है।

मोतियाबिंद होने का क्या कारण है?

 किसी भी व्यक्ति की आंखों के लेंस में अधिकतर पानी और प्रोटीन होता है जैसे से प्रोटीन समय के साथ खत्म होता रहता है आंखों में समस्या बढ़ती रहती है इसकी वजह से देखने में मुश्किल हो सकती है। यह उम्र बढ़ने के कारण हो सकता है। कई चीजें मोतियाबिंद को बढ़ाने का काम करती हैं। इनमें से कुछ चीजें निम्नलिखित हैं :

  • मधुमेह का होना
  •  स्टेरॉयड, गठिया और ल्यूपस जैसी बीमारियों के इलाज के लिए ली जाने वाली दवाओं के कारण।
  • फेनोथियाज़िन दवाएं जैसे क्लोरप्रोमाज़िन (थोरज़िन), कई अलग अलग तरह की बीमारियां के कारण जैसे जैसे कि सिज़ोफ्रेनिया के इलाज के लिए उपयोग की जाने वाले दवाओं के कारण भी यह हो सकती हैं।
  • आंख की सर्जरी या आंख में चोट के कारण भी मोतियाबिंद हो सकता है।
  • शरीर के ऊपर रेडिएशन के प्रभाव कारण भी मोतियाबिंद हो सकता है।
  • आंखों को प्रोटेक्ट किए बिना धूप में बहुत अधिक समय तक रहने के कारण भी मोतियाबिंद हो सकता है।

 मोतियाबिंद के लक्षण क्या हैं?

 मोतियाबिंद उम्र बढ़ने के कारण आंख में होने वाली समस्या ही है। मोतियाबिंद के निम्नलिखित लक्षण हो सकते हैं :

  • धुंधलेपन का होना या चीजें धुंधली दिखाई देना।
  •  तेज धूप, लैंप या हेडलाइट के कारण समस्या होना
  • चकाचौंध महसूस होना और वो भी तब जब आप रात में आने वाली हेडलाइट्स के साथ ड्राइव करते हैं।
  •  चश्मे के प्रिस्क्रिप्शन के बदल जाने के कारण या निकट दृष्टि दोष के कारण।
  • दोहरी दृष्टि होने की भी संभावना ही सकती है।
  • पढ़ने के लिए तेज रोशनी की जरूरत को महसूस करना भी एक लक्षण है।
  •  रात में देखने में कठिनाई का अनुभव करना।
  • रंग को देखने के तरीके और सेंस को पहचानने में समस्या

क्या मोतियाबिंद बहुत अधिक दर्द का कारण बन सकता हैं?

 मोतियाबिंद आमतौर पर कोई बहुतअधिक प्रत्यक्ष चोट नहीं होता है। पर इसकी वजह से आपको देखने में समस्या हो सकती है और आपको असुविधा महसूस हो सकती है। 

मोतियाबिंद को डाईग्नोज्ड कैसे किया जाता है?

अगर आपको लगता है कि आपको मोतियाबिंद के लक्षण है इसके पूरे इलाज के लिए आप किसी डॉक्टर से मिले। डॉक्टर आपकी आंख को देखने के लिए आपकी आंख की पुतली को बडा कर सकता है। पुतली को बडा करने के लिए डॉक्टर आप की आंखों में आई ड्रॉप डाल सकता है। आंख पूरी तरह से खुली होने पर डॉक्टर आंख के स्वास्थ्य की जांच करता है जिससे पता चलता है कि मोतियाबिंद की समस्या है या नहीं। इससे यह भी पता चलता है कि आपकी आंखों में क्या समस्या है।

मोतियाबिंद का इलाज कैसे किया जाता है?

 अगर आपको मोतियाबिंद के थोड़े बहुत लक्षण मिलते हैं तो डॉक्टर उससे बचने के लिए आपको चश्मा लगाने की सलाह दे सकते हैं या फिर कोई दवाई भी लिख सकते हैं। मोतियाबिंद आमतौर पर समय के साथ और खराब होता जाता है जिससे डॉक्टर उसको हटाने के लिए सर्जरी कहने को भी कह सकता है।

क्या मोतियाबिंद को होने से रोका जा सकता है?

मोतियाबिंद होने का खतरा उम्र बढ़ने के साथ-साथ बढ़ता चला जाता है। आप अपनी आंखों की देखभाल के लिए कई तरीके अपना सकते हैं और मोतियाबिंद होने की गति को कम कर सकते हैं-

  •  अगर आप धूम्रपान करते हैं तो उसे छोड़ दें।
  • आंखों को धूप से बचाने के लिए चश्मा पहने और साथ में टोपी भी लगाएं।
  •  आंखों की बहुत अधिक देखभाल करें। 60 साल की उम्र से पहले साल में दो बार डॉक्टर से मिले और अपनी आंखों की जांच कराएं।
  • जरूरत पड़ने पर सर्जरी करवा ले।

सर्जरी के बाद आंखों को ठीक होने में कितना समय लगेगा ?

मोतियाबिंद की सर्जरी होने के बाद कुछ समय तक आपको धुंधलापन दिखाई दे सकता है पर धीरे-धीरे आपकी आंखों को देखने की क्षमता में सुधार होता चला जाएगा। मोतियाबिंद की सर्जरी करवाने के बाद 10 में से 9 लोगों को अच्छे से दिखाई देने लगता है।

मोतियाबिंद की सर्जरी के बाद हो सकता है आपको डॉक्टर चश्मा और कांटेक्ट लेंस पहनने की सलाह दें। डॉक्टर द्वारा दिए गए निर्देशों का अच्छे से पालन करें। मोतियाबिंद की सर्जरी के बाद हो सकता है आपके चश्मे का नंबर बदल जाए इसलिए डॉक्टर के कहे अनुसार चश्मा बनवाए।

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