रजोनिवृत्ति के लक्षण
रजोनिवृत्ति तब होती है जब एक महिला को लगातार 12 महीनों में मासिक धर्म या पीरियड्स नहीं हो रहा होता है किसकी वजह से वह गर्भवती नहीं हो सकती है। यह प्रक्रिया आमतौर पर 45 साल और 55 साल की उम्र के बीच में शुरू होता है, लेकिन रजोनिवृत्ति इस उम्र से पहले या बाद में भी हो सकता है।
रजोनिवृत्ति के लक्षण कई ऐसे भी हो सकते है जो आपको परेशान कर सकते हैं जैसे वजन का बढ़ना। अधिकतर महिलाओं को रजोनिवृत्ति के दौरान या उससे जुड़ी समस्यायों के लिए इलाज के जरूरत नहीं पड़ती है क्योंकि रजोनिवृत्ति के लक्षण इतना ज्यादा परेशान नहीं करते हैं।
रजोनिवृत्ति कब शुरू होती है और यह कितने समय तक चलती है?
ज्यादातर महिलाओं के शरीर में रजोनिवृत्ति से लगभग चार साल पहले रजोनिवृत्ति के लक्षण दिखाई देने लगते हैं या उसके लक्षण बनने शुरू हो जाते है। इससे जुड़े लक्षण अक्सर एक महिला को रजोनिवृत्ति के चार साल बाद तक भी हो सकते है।
रजोनिवृत्ति के लक्षण क्या हैं?
हर महिला का रजोनिवृत्ति से जुडा हुआ अनुभव अलग अलग होता है। जब रजोनिवृत्ति अचानक या बहुत कम समय में होती है तो इसके लक्षण आमतौर पर अधिक गंभीर हो सकते हैं।
कई ऐसी स्थितियां हैं जोकि अंडाशय को बहुत अधिक प्रभावित करती हैं, जैसे कि कैंसर या हिस्टेरेक्टॉमी या फिर जीवनशैली से जुड़ी कई आदतें जैसे धूम्रपान करना इत्यादि इसके लक्षणों की गंभीरता और इसकी अवधि को बहुत अधिक बढ़ा देते हैं।
मासिक धर्म में इन बदलावों के अलावा पेरिमेनोपॉज़, मेनोपॉज़ और पोस्टमेनोपॉज़ के लक्षण भी आम तौर पर समान ही होते हैं। रजोनिवृत्ति के लक्षण या जल्दी रजोनिवृत्ति के लक्षण में शामिल हैं:
- कम और बार-बार मासिक धर्म का आना
- उम्मीद से अधिक पीरियड्स का आना या उम्मीद से कम पीरियड्स का आना
- हॉट फ्लैश का अनुभव होना, रात को पसीना आनेसहित वासोमोटर जैसे लक्षण का दिखना
लगभग 75 प्रतिशत महिलाओं को रजोनिवृत्ति के साथ हॉट फ्लैश का अनुभव होता है।
रजोनिवृत्ति के लक्षण में कई सामान्य लक्षण भी होते है जैसे –
- नींद की समस्या
- योनि में सूखापन का होना
- वजन का बहुत अधिक बढ़ना
- डिप्रेशन में चले जाना
- बहुत अधिक चिंता करना
- ध्यान लगाने में मुश्किल होना
- याददाश्त की समस्या का होना
- सेक्स ड्राइव में कमी का होना
- ड्राई स्किन के साथ साथ मुंह और आंखों का ड्राई होना।
- पेशाब की मात्रा का बढ़ना
- गले में खराश होना या ब्रेस्ट का सॉफ्ट होना
- सिर दर्द की समस्या का होना
- तेजी से दिल का धड़कना
- पेशाब के रास्ते में इंफेक्शन
- मांस पेशियों का सुकड़ना
- जोड़ों में तेज दर्द
- स्तनों के भरावट में कमी
- बालों का बहुत तेजी से झड़ना
- शरीर के कई अन्य हिस्सों जैसे कि चेहरे, गर्दन, छाती और पीठ के ऊपरी हिस्से में बालों का बहुत अधिक बढ़ना।
रजोनिवृत्ति का इलाज
जल्दी रजोनिवृत्ति के लक्षण या रजोनिवृत्ति के लक्षणों के बारे में जानने के बाद आइए इसके इलाज के विषय में जानते हैं। आपको रजोनिवृत्ति के लक्षण बहुत अधिक गंभीर दिखते हैं या आपके जीवन जीने के तरीके को प्रभावित कर रहे हैं, तो आपको इलाज करवाने की जरूरत हो सकती है। हार्मोन थेरेपी 60 वर्ष से कम उम्र की महिलाओं में या मेनोपॉज शुरू होने के 10 वर्षों के भीतर करवाई जा सकती है। यह निम्न समस्यायों को ठीक करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है:
- रात को अचानक बुखार जैसी गर्मी को महसूस करना
- रात को बहुत अधिक पसीना आना
- फ्लशिंग का होना
- ऑस्टियोपोरोसिस
कई अन्य तरह की दवाओं का इस्तेमाल रजोनिवृत्ति के लक्षणों के इलाज के लिए किया जा सकता है। इन लक्षणों में शामिल है – बालों का झड़ना और योनि का बहुत अधिक सूखापन।
कभी-कभी रजोनिवृत्ति के लक्षणों के लिए उपयोग की जाने वाली दवाओं में निम्न दवाएं शामिल हो सकती हैं:
- सामयिक मिनॉक्सिडिल 5 %, बालों के पतले होने और झड़ने से रोकने के लिए हर दिन इसका सेवन किया जा सकता है।
- बालों के झड़ने के लिए इस्तेमाल होने वाले एंटीडैंड्रफ शैंपू आमतौर पर केटोकोनाज़ोल का इस्तेमाल 2% और जिंक पाइरिथियोन 1 का इस्तेमाल 1% किया जा सकता है।
- कई तरह के अनचाहे बालों के विकास को रोकने के लिए एफ्लोर्निथिन हाइड्रोक्लोराइड जैसी क्रीम का इस्तेमाल किया जा सकता है।
- सेलेक्टेड सेरोटोनिन रीपटेक इनहिबिटर (SSRIs) का इस्तेमाल आमतौर पर हॉट फ्लैश, चिंता और या डिप्रेशन के लिए किया जा सकता है। पैरॉक्सिटाइन 7.5 मिलीग्राम ही लेने की सलाह डॉक्टर दे सकते हैं।
घरेलू इलाज और जीवनशैली में बदलाव
घरेलू इलाज और जीवनशैली में होने वाला बदलाव और ही कई वैकल्पिक उपचारों का इस्तेमाल करके आप स्वाभाविक रूप से मामूली लक्षणों को रोक सकते हैं. आइए जानते हैं रजोनिवृत्ति के लक्षणों के प्रबंधन के लिए कुछ घरेलू उपाय :
पोषण से युक्त भोजन करना
ऑस्टियोपोरोसिस के जोखिम को कम करने और ऊर्जा के स्तर को बनाए रखने और नींद में सुधार करने के लिए कैल्शियम, विटामिन डी और मैग्नीशियम की खुराक लें जिससे आपको आराम मिले। अपने डॉक्टर से उन सप्लीमेंट्स के बारे में जरूर बात करें जो आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य आवश्यकताओं के लिए आपकी मदद अच्छे से कर सके।
आराम करने के लिए कई तरीकों का इस्तेमाल
आराम करने और साँस लेने के विभिन्न तरीकों का अभ्यास करें। जैसे कि:
- योग
- बॉक्स ब्रीदिंग
- ध्यान लगाना
- अपने त्वचा की देखभाल करना
स्किन का रूखापन कम करने के लिए रोजाना अपने स्किन पर मॉइश्चराइजर लगाएं। आपको बहुत अधिक नहाने या फिर तैराकी करने से भी बचना चाहिए, जिसकी वजह से किसी भी व्यक्ति के स्किन को शुष्क कर सकता है या बहुत अधिक परेशान कर सकता है।
नींद की समस्या को मैनेज करना
अपनी नींद न आने की समस्या को कम करने के लिए ओटीसी नींद की दवाओं का उपयोग थोड़े समय के लिए ही करें या अपने डॉक्टर के साथ सामान्य नींद के लिए चर्चा करें और उसके द्वारा दी गई सलाहों का पालन करें। अगर आपको सामान्य तरीके से सोने में परेशानी होती है तो आप अपने डॉक्टर से बात करें और इसको ठीक करने के लिए डॉक्टर की सलाहों का पालन करें जिससे आप रात में सो सके और आराम कर सके।
धूम्रपान को छोड़ना चाहिए और शराब का सेवन सीमित करना
अगर आप धूम्रपान कर रहे हैं तो धुम्रपान करना बंद कर दें और सेकेंड हैंड धुएं के संपर्क में आने से भी बचें। सिगरेट के संपर्क में आने से आपको दिखने वाले लक्षण और भी खराब हो सकते हैं।
बिगड़ते लक्षणों को कम करने के लिए आपको अपने शराब का सेवन भी बहुत अधिक सीमित करना चाहिए। रजोनिवृत्ति के दौरान बहुत अधिक शराब पीने से आपके स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है।
कई अन्य उपाय
कई रिसर्च में पता चला है कि एस्ट्रोजन की कमी के कारण होने वाले रजोनिवृत्ति के लक्षणों के लिए हर्बल उपचार का इस्तेमाल भी किया जा सकता है।
कई और तरह के नैचुरल तरीके और पोषक तत्व जो कि रजोनिवृत्ति के लक्षणों को सीमित करने में मदद कर सकते हैं उनमें शामिल हैं:
- सोया का सेवन
- विटामिन ई का सेवन
- आइसोफ्लेवोन का सेवन
- मेलाटोनिन का सेवन
- सन के बीज का इस्तेमाल
रजोनिवृत्ति के लक्षणों से बचने के लिए महिलाएं घरेलू उपायों को अपना सकती है और डॉक्टर की सलाह को मान सकती है जिससे उनका बहुत अधिक आराम मिलेगा।