लीवर कैंसर के लक्षण
लिवर कैंसर वह कैंसर होता है जोकि किसी व्यक्ति के लीवर के सेल्स से शुरू होता है। लीवर का आकार एक फुटबॉल जैसा होता है जोकि पेट के ऊपरी और दाहिने हिस्से में होता है। यह डायाफ्राम के नीचे और पेट के ऊपर होता है।
लीवर में अलग अलग तरह के कैंसर हो सकते हैं। लीवर कैंसर का सबसे आम प्रकार होता है हेपेटोसेलुलर कार्सिनोमा है, जो कि लीवर के सेल्स (हेपेटोसाइट) में शुरू होता है। कई अलग तरह के भी लीवर कैंसर भी होते हैं जैसे कि इंट्राहेपेटिक कोलेजनियोकार्सिनोमा और हेपेटोब्लास्टोमा कैंसर।
लीवर में फैलने वाला कैंसर लीवर की सेल्स में शुरू सबसे पहले शुरू हो सकता है। वैसा कैंसर जोकि शरीर के किसी अलग एरिया से शुरू होता है – जैसे कि बडी आंत से या फेफड़े या ब्रेस्ट से और उसके बाद लीवर में फैलता है तो वह लीवर कैंसर के बजाय मेटास्टेटिक कैंसर कहलाता है। इस तरह के कैंसर का नाम उस अंग के नाम पर रखा जाता है जिसमें कि यह शुरू होता जैसे कि मेटास्टेटिक कोलन कैंसर जो कि कोलन में शुरू होता है और लीवर में फैल जाता है।
लीवर कैंसर का प्रकार
लिवर का कैंसर
लीवर कैंसर के लक्षण
अधिकतर लोगों में शुरूआती तौर पर लिवर कैंसर के प्राइमरी स्टेज के लक्षण नहीं होते हैं। लिवर कैंसर के लक्षणों में शामिल हो सकता है:
- अपने आप बहुत तेजी से वजन का घटना
- भूख में कमी का होना
- पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द का हो a
- उल्टी का होना
- कमजोरी और थकान का लगना
- पेट में सूजन का होना
- स्किन का पीलापन होना और पीलिया जैसी बीमारी का भी होना
- मल में बदलाव होना
डॉक्टर को कब दिखाना है ?
अगर आप किसी ऐसे लक्षण का अनुभव करते हैं जो कि आपको बहुत अधिक परेशान करता है, तो अपने डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।
लीवर कैंसर होने के कारण
लीवर कैंसर तब होता है जब लीवर के सेल्स अपने डीएनए में बहुत अधिक बदलाव करती है। और म्यूटेशन को अपना लेती हैं। डीएनए लिवर कैंसर में बहुत ही अधिक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है क्योंकि डीएनए में बदलाव के कारण ही लिवर कैंसर होता है।
कभी-कभी यकृत कैंसर का कारण पता चल जाता है, जैसे कि अगर आपको पहले हेपेटाइटिस हुआ था तो आपको लिवर कैंसर होने का भी खतरा बढ़ जाता है। लेकिन कभी-कभी लीवर कैंसर स्वस्थ लोगों को भी ही जाता जिनको कि इससे पहले ऐसी कोई बीमारी नहीं हुई होती है। पर इसका कारण नहीं पता चल पाया है कि ऐसा क्यों होता है।
लीवर कैंसर का इलाज
लीवर सिरोसिस से होने वाले जोखिम को कम करें
लीवर सिरोसिस लीवर पर बहुत अधिक घाव कर देता है और इसकी वजह से लीवर कैंसर का खतरा बहुत अधिक बढ़ जाता है। आप निम्न तरीकों को अपनाकर इसके लक्षणों को कम भी कर सकते हैं –
शराब बहुत कम मात्रा में पिए या बिल्कुल न पिएं
यदि आप बहुत अधिक शराब पीते हैं, तो उसको बहुत कम कर दें। महिलाएं एक दिन में एक बार से अधिक शराब न पिएं और पुरुष दिन में दो से ज्यादा शराब बिल्कुल न पिएं।
वजन ठीक रखें
अगर आपका वजन आदर्श है तो आप स्वस्थ आहार लें और व्यायाम करते रहें जिससे आपका स्वस्थ वजन बना रहें। अगर आपका वजन कम है तो आपको अपना वजन बढाने की जरूरत है और अगर आपका वजन अधीन है तो आप कैलोरी की मात्रा कम कर दें तथा व्यायाम का समय थोड़ा बढ़ा दें तथा धीरे-धीरे वजन कम करने का लक्ष्य रखें जैसे कि हर हफ्ते में 1 या 2 पाउंड (0.5 से 1 किलो तक)।
हेपेटाइटिस बी का टीका लगवाएं
हेपेटाइटिस बी का टीका लगवा कर आप हेपेटाइटिस बी के जोखिम को बहुत कम कर सकते हैं। टीका किसी भी उम्र के व्यक्ति को दिया जा सकता है चाहे वह बचा हो नौजवान हो या बूढ़ा हो।
हेपेटाइटिस सी से बचाव के लिए विभिन्न उपाय करें
हेपेटाइटिस सी से बचने के लिए वर्तमान में कोई भी टीका मौजूद नहीं है पर आप विभिन्न तरीकों को अपनाकर इंफेक्शन के जोखिम को कम कर सकते हैं।
यौन संबंध बनाने से पहले साथी के बारे में जान लें असुरक्षित यौन संबंध में तब तक शामिल न हों जब तक आप साथी के बारे में पूरी तरह से जान न लें कि वो हों एचबीवी, एचसीवी या किसी अन्य यौन से होने वाले इंफेक्शन से जुडा हुआ तो नहीं है। अगर आप साथी की तबियत के बारे में नहीं जानते हैं तो हर बार संभोग करते हुए कंडोम का इस्तेमाल करें।
टैटू बनवाते समय ध्यान रखें
पियर्सिंग या फिर टैटू बनवाने के लिए समय सुरक्षित और साफ सुथरी दुकानों पर ही जाएं क्योंकि वहां स्वच्छता का बहुत ध्यान रखा जाता है। जिन सुइयों को अच्छे से नष्ट नहीं किया गया है वो सूइयां हेपेटाइटिस सी वायरस को बहुत तेजी से फैला सकती हैं। पियर्सिंग या फिर टैटू बनवाने से पहले अपने एरिया के दुकानों के बारे में अच्छे से जान लें और स्टाफ के सदस्यों से उनकी सिक्योरिटी के बारे में अच्छे से जान लें। अगर किसी दुकान के कर्मचारी आपके सवाल का जवाब नहीं देते हैं या फिर आपके सवालों को बहुत अधिक गंभीरता से नहीं लेते हैं तो इसका अर्थ यह है कि वो दुकानें आपके लिए सही नहीं है।
हेपेटाइटिस बी या सी इंफेक्शन का इलाज जरूर करवाएं
हेपेटाइटिस बी और हेपेटाइटिस सी के इन्फेक्शन का इलाज हो सकता हैं। रिसर्च से पता चला है कि इसका इलाज संभव है और इसके इलाज से लिवर कैंसर का खतरा कम हो सकता है।
डॉक्टर से लीयू बीबी बीबीवर कैंसर स्क्रीनिंग के बारे में जाने
एक आम जनजीवन के लिए लीवर कैंसर के लिए की गई स्क्रीनिंग लीवर कैंसर से मरने के जोखिम को कम करने में अभी तक प्रभावी नहीं हुई है और आमतौर पर डॉक्टर इसकी सिफारिश नहीं करते हैं। जिन लोगो के लक्षण या उनकी स्थिति लिवर कैंसर के जोखिम को बढ़ाती है वो स्क्रीनिंग करवा सकते हैं जैसे कि:
- हेपेटाइटिस बी के इंफेक्शन से जुड़े व्यक्ति
- हेपेटाइटिस सी के इंफेक्शन से जुड़े व्यक्ति
लीवर सिरोसिस
अपने डॉक्टर से स्क्रीनिंग के विशेषज्ञ के बारे में जरूर बात करें। स्क्रीनिंग में सामान्यतः हर छह महीने में ब्लड टेस्ट और पेट का अल्ट्रासाउंड शामिल होता है।