शतावरी के फायदे महिलाओं के लिए
क्या आप जानते हैं कि आपका पूरी तरह से स्वस्थ होना प्रजनन के लिए बहुत जरूरी है ? पर जरुरी नहीं है कि जब फैमिली को बढ़ाना हो तभी आप स्वस्थ रहें। सामान्य तौर कर भी आपको स्वस्थ जीवन जीना चाहिए। आपको सही समय पर मासिक धर्म होना चाहिए क्योंकि यह आपकी सेहत के लिए बहुत जरूरी है।
आप मासिक धर्म से जुड़े विषय को वर्जित न मानें क्योंकि इसपर काफी अधिक जागरूकता की जरूरत है ताकि आप स्वस्थ रह सकें और अपनी दिनचर्या अच्छे से जी सके। अब आप जान ही गई होंगी कि हम इस विषय पर चर्चा क्यों कर रहें है क्योंकि हम शतावरी के फायदे महिलाओं लिए क्या क्या होते हैं उसपर बात करेंगे या विस्तृत जानकारी आपको देंगे। पर उससे भी पहले आइए जानते हैं कि शतावरी क्या है।
शतावरी क्या है?
शतावरी को शतावरी रेसमोसस के नाम से भी जाना जाता रहा है। यह एक भारतीय जड़ी बूटी मानी जाती है जो कि आमतौर पर हिमालय में पाई जाती है। आयुर्वेद में इसका संपूर्ण शरीर का एक बहुत ही अच्छा टॉनिक माना जाता रहा है। यह जड़ी बूटी महिलाओं के बेहद अनुकूल माना गया जैसे कि देखा जाए तो महिलाओं से जुड़े शतावरी के लाभों में हार्मोन को पुनः बहाल करना, दूध के उत्पादन में वृद्धि करना और रजोनिवृत्ति के लक्षणों को कम करना इत्यादि भी शामिल है।
दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग नामों पहचानी जाने वाली शतावरी एक काफी पुरानी आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जिसमें कि महिलाओं से जुड़े कई तरह के स्वास्थ्य लाभ भी मिलते हैं। प्राचीन काल से इसका इस्तेमाल शरीर को स्वस्थ रखने के लिए किया जाता रहा है इसका टॉनिक भी बेहद फायदेमंद होता है। यह भारत, श्रीलंका और नेपाल जैसे एशियाई देशों के मूल रूप से पाई जाती रही है
इसका स्वाद थोड़ा कड़वा और मीठा कैसे होता है इसका सेवन अक्सर दूध के साथ किया जाता है। इसका चूर्ण का इस्तेमाल आमतौर पर किया जाता है। शतावरी के पौधों की ऊंचाई 1-2 मीटर के बीच ही होती है आइए अब जानते हैं कि शतावरी के फायदे महिलाओं के लिए क्या क्या होते हैं और उनका प्रभाव कैसा होता है।
शतावरी में पाए जाने वाले रासायनिक घटक क्या क्या होते हैं?
शतावरी आयुर्वेद में रासायनिक घटकों की बहुत अधिक अधिकता होती है जो कि इसे सभी महिलाओं की स्वास्थ्य समस्याओं के लिए आदर्श और लाभों से भरपूर जड़ी बूटी बनाने का काम करती है। शतावरी पौधे के अर्क में विटामिन और खनिजों का एक बहुत ही समृद्ध स्रोत पाया जाता हैं। इसमें विटामिन ए, बी1, बी2, सी, ई, कैल्शियम, मैग्नीशियम और फोलिक एसिड भी बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है। यह बहुत सी महिलाओं में विटामिन बी की मामूली कमी को भी ठीक करने का काम करता है। विटामिन बी की कमी से महिलाओं में थकान और कमजोरी होने की संभावना काफी अधिक बढ़ जाता है।
शतावरी की जड़ों में शतावरी ए, सैपोनिन और सरसापोजेनिन जैसे एल्कलॉइड होते हैं। सैपोनिन, विशेष रूप से महिलाओं में कामेच्छा को बढ़ाने और उनके इम्यून सिस्टम मजबूत बनाने में बहुत अधिक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। शतावरी के पत्तों में कई रासायनिक घटक जैसे कि फ्लेवोनोइड्स और रुटिन भी पाए जाते हैं। Flavonoids फ्री रेडिकल्स से लड़ने में काफी अधिक मदद करते हैं जो ऑक्सीडेटिव टेंशन का शुरुआती कारण माना जाता हैं।
महिलाओं के लिए शतावरी के लाभ क्या हैं?
सूजन में फायदेमंद होती है शतावरी
सूजन बिना किसी वजह के नहीं होती है। सूजन मासिक धर्म के दौरान होने वाले ऐंठन का भी कारण बन सकती है या फिर घुटने में चोट लगने से भी सूजन आ सकती है और आप परेशान हो उठते हैं। शतावरी में पाया जाने वाला एंटीऑक्सीडेंट गुण किसी भी व्यक्ति के शरीर में होने वाली सूजन को रोकने का कारण बनते हैं। इसके अलावा शतावरी में COX-2 ने इसके वैज्ञानिक रूप को साबित किया है कि इसमें ओव्यूलेशन-विनियमन गुण भी पाए जाते हैं। पीसीओएस या पीसीओडी से प्रभावित महिलाओं के लिए भी यह एक अच्छी खबर है कि शतावरी उनके लिए फायदेमंद हो सकता है। शतावरी के फायदे महिलाओं के लिए क्या होते हैं उसके बारे में तो आप थोड़ा बहुत जान ही चुके हैं पर आइए और विस्तार से जानते हैं।
पीसीओएस में फायदेमंद होती है शतावरी
पीसीओएस होने के सबसे महत्वपूर्ण कारणों में यह है कि पीसीओएस एक महिला के शरीर में हार्मोन के असंतुलन का प्रमुख कारण माना जाता है। कई रिसर्च यह बताते हैं कि अगर महिलाएं 5 ग्राम शतावरी का सेवन करती हैं तो उनके हार्मोन संतुलित हो सकते हैं। शतावरी महिलाओं के शरीर में नैचुरल तरीके से एंटीऑक्सीडेंट को बढ़ाने का काम करती है। यह मासिक धर्म में भी सुधार करने का काम करता है।
प्रजनन करने की क्षमता को बढ़ाता है शतावरी
हर महिला को एक संतोषजनक संभोग सुख बहुत अधिक पसंद होता है। लेकिन उससे पहले क्या आता है? आपकी सेक्स करने की इच्छा ही आपकी सेक्स ड्राइव में झलकती है। शतावरी को महिलाओं में सेक्स की इच्छा को बढ़ाने के लिए बहुत दिनों से जाना जाता रहा है। यह महिलाओं में बांझपन को खत्म करने और गर्भपात को रोकन तथा ओवुलेशन के समय सुनिश्चित करने के लिए एक जाना पहचाना और आसान उपाय है
कामेच्छा को बढ़ाती है शतावरी
शतावरी के फायदे महिलाओं के लिए सबसे अधिक ये है कि वो महिलाओं में कामेच्छा को बढ़ाती है। सेक्स करने के लिए कामेच्छा का होना बहुत जरूरी है। महिलाओं में कामेच्छा की कमी का मतलब होता है यौन गतिविधियों में पूरी तरह से अरुचि का होना और इस स्थिति में महिलाएं सेक्स करने के लिए तैयार नहीं होती है भले ही आपकी चाहे जितनी इच्छा ही क्यों न हो। शतावरी एक बहुत ही प्रसिद्ध कामेच्छा बूस्टर के रूप में जाना जाता है। यह चिंता या डिप्रेशन से पीड़ित महिलाओं के लिए भी बहुत फायदेमंद साबित हुआ है। कई तरह के रिसर्च से यह भी पता चलता है कि शतावरी महिलाओं में प्रजनन क्षमता के लिए बहुत फायदेमंद माना गया है। शतावरी के इतने सारे फायदे और आराम देने वाले प्रभाव इसे बहुत अधिक लोकप्रिय एडाप्टोजेनिक जड़ी बूटी बनाते हैं।
वजन बढ़ाने में मददगार है शतावरी
आपके मन में यह भी सवाल आ सकता है कि क्या शतावरी वजन भी बढ़ाती है? ब्लोटिंग आपके पीरियड्स होने का ही एक पर्याय माना जा सकता है। शतावरी हमारे शरीर से ही पानी के वजन को कम करने और साथ ही विषाक्त पदार्थों को निकालने के लिए जिम्मेदार माना जाता रहा है। हालांकि बहुत अधिक दुबली महिलाओं के लिए शतावरी का चूर्ण अपने गुणों के कारण वजन को ठीकठाक बढ़ाने और कमजोरी को कम करने या फिर दूर करते हुए ताकत को बनाए रखने का एक बहुत अच्छा तरीका माना जा सकता है।
गैस्ट्रिक समस्याओं के लिए भी फायदेमंद होती है शतावरी
जब आप अपने मासिक धर्म के बीच में हों तो आपको कभी कभी एसिडिटी की समस्या जरूर हुई होगी या फिर हो सकती है। शतावरी इसमें भी आपकी मदद करती है और आपको आराम पहुंचाती है। पेट का खराब होना किसी को भी पसंद नहीं है और शतावरी उससे बचाने का काम करती है। शतावरी पेट दर्द को कम करने वाली एलिमेंटरी कैनाल में गैस बनने से भी रोकती है और व्यक्ति को आराम पहुंचाती है। इसके अलावा यह अल्सर से और दस्त को भी ठीक करने के लिए प्रसिद्ध है। अधिकांश महिलाओं को दिन में दो बार 1-2 ग्राम शतावरी का सेवन करना चाहिए।
पेशाब की समस्या से भी निजात दिलाती है शतावरी
शतावरी को पेशाब न आने की समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए भी जाना जाता है। ये हमारे शरीर में पानी के उत्पादन को भी बहुत अधिक बढ़ाने का काम करते हैं और इसे बाहर निकालने का काम भी अच्छी तरह करते हैं, इसलिए यह आपके शरीर को डिटॉक्सीफाई करने के लिए जाने जाते हैं। लिक्विड पदार्थों का बहुत अधिक होने से दिल में भी समस्या हो सकती है।
खांसी से राहत दिलाने के लिए जानी जाती है शतावरी
खांसी मनुष्यों में होने वाली एक सामान्य सी स्वास्थ्य से जुड़ी हुई बीमारी है। अगर आप खांसी की समस्या से जूझ रहें हैं तो आप तुरंत शतावारी का सेवन गरम पानी के साथ कर सकते हैं और तुरंत उसके प्रभाव का भी आकलन कर सकते हैं।
इम्यूनिटी बूस्टर के रूप में जानी जाती है शतावरी
अगर आप अपने इम्यून सिस्टम को तुरंत बूस्ट करना चाहते हैं तो आप शतावरी का इस्तेमाल कर सजाए हैं। यह इम्यूनिटी सिस्टम को बूस्ट करने में कई तरह से आपकी मदद कर सकती है। यह हमारे शरीर में प्रतिरक्षा कोशिकाओं को बहुत अधिक उत्तेजित करने का काम करता है। यह इंफेक्शन और वायरस से लड़ने की क्षमता को काफी अधिक बढ़ाने का काम करता है।
स्तनपान के दौरान भी फायदेमन्द है शतावरी
कई माताएं स्तनपान के दौरान दूध के लिए शतावरी को इस्तेमाल करने का विकल्प चुनती हैं। क्या शतावरी स्तन में दूध बढ़ाने का काम करती है? एक लोकप्रिय गैलेक्टागॉग के अनुसार देखें तो, शतावरी स्तनपान कराने वाली माताओं के बीच दूध के उत्पादन को बढ़ाने का काम करती है, और मांओं में होने वाले दूध की समस्या को दूर करने का प्रयास करती है।
गर्भवस्था के समय भी फायदेमंद है शतावरी
आपके मन में सवाल जरूर उठता होगा कि क्या शतावरी गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित होती है या नहीं? कई महिलाएं यह जानना चाहती हैं कि गर्भावस्था के दौरान शतावरी का सेवन क्यों करना चाहिए या उस समय शतावरी का सेवन करने का क्या लाभ होता है। शतावरी में हाई फोलिक एसिड सामग्री भी पाई जाती है जोकि एक बेहद जरूरी पोषक तत्व है जो कि भ्रूण के विकास में बहुत अधिक सहायता भी करती है तो इसलिए कहा जा सकता है कि गर्भावस्था के दौरान शतावरी का सेवन निश्चिंत होकर किया जा सकता है। गर्भावस्था के दौरान माताओं को थकान भी महसूस होने लगती है और समय के साथ यह बढ़ती हुई थकान उन्हें बीमार भी कर सकती है। शतावरी इम्यून सिस्टम को मजबूत करने और उत्तेजना को बढ़ाने का काम करती है, जिससे आप इंफेक्शन और एलर्जीसे लड़ने के काबिल हो जाते हैं।