सेब खाने के फायदे
सेब खाने के फायदे की बात करें तो अपनी विशेषताओं के कारण सेब सबसे लोकप्रिय फलों में से एक माना जाता है। कई रिसर्च में पता चला है कि इसमें कई असाधारण गुण पाए जाते हैं जो कि हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होते हैं।
सेब से जुड़े हुए पौष्टिक लाभ निम्नलिखित है –
पौष्टिकता से भरपूर होते हैं सेब
एक बेहद मध्यम आकार का सेब जोकि लगभग 3 इंच (7.6 सेंटीमीटर) के व्यास के साथ या फिर कहें कि 1.5 कप फल के बराबर होता है। 2,000-कैलोरी आहार पर प्रतिदिन दो कप फलों को खाने की सलाह डॉक्टर देते रहें है।
एक मध्यम आकार का सेब यानि 6.4 औंस या फिर 182 ग्राम सेब खाने के फायदे निम्न लिखित होता हैं –
- कैलोरी: 95
- कार्ब्स: 25 ग्राम
- फाइबर: 4 ग्राम
- विटामिन सी: RDI का 14%
- पोटेशियम: RDI का 6%
- विटामिन K: RDI का 5%
सेब खाने के फायदे की बात करें तो इसके अलावा इसमें सर्विंग मैंगनीज, कॉपर और विटामिन ए, ई, बी1, बी2, और बी6 के लिए आरडीआई का 2-4% इस्तेमाल होता है।
सेब पॉलीफेनोल्स का भी एक बेहद समृद्ध स्रोत माना जाता रहा हैं। सेब में पाए जाने वाले कई कौन हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी साबित होते हैं और हमें कई बीमारियों से बचाने का काम करते हैं।
वजन घटाने में सहायक होता है सेब
सेब में फाइबर और पानी काफी अधिक मात्रा में पाए जाते हैं। एक रिसर्च में पाया गया है कि जो भोजन से पहले सिर्फ की स्लाइस को खाते हैं उन लोगों की तुलना में पेट को अधिक भरा हुआ महसूस करते हैं जिन्होंने सेब की चटनी या फिर सेब के रस या फिर सेब के स्लाइस का सेवन नहीं किया होता है।
इसी रिसर्च में यह भी पता चलता है कि जिन लोगों ने भोजन से पहले सेव के स्लाइस का सेवन किया था उन्होंने अपेक्षाकृत अन्य लोगों के मुकाबले 200 कम कैलोरी का सेवन किया।
किलो से अधिक वजन वाली महिलाओं पर 10 सप्ताह किए गए एक रिसर्च में जिसमें प्रतिभागियों ने सब का सेवन किया और उन्होंने 2 पाउंड यानी 1 किलोग्राम वजन को कम किया तथा अपेक्षाकृत अन्य लोगों के मुकाबले समान कैलोरी और फाइबर का भी सेवन किया। शोधकर्ताओं का मानना है कि सेब पेट को जल्दी भर देते हैं और कम भोजन में भी फाइबर और कैलोरी की उतनी ही मात्रा प्रदान करते हैं। पर हो सकता है कि सेब में पाए जाने वाले कई नेचुरल कंपाउंड वजन को बढ़ाने का काम करें।
मोटापे से ग्रस्त चूहों पर किए गए एक रिसर्च में यह भी पाया गया है कि जिन लोगों को सेब या फिर सेब के रस का एक सप्लीमेंट दिया गया उन्होंने अपना वजन अधिक कम किया और उनमें खराब एलडीएल कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड्स और कुल कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी काफी कम था।
दिल की सेहत के लिए अच्छे होते हैं सेब
सेब खाने के फायदे की बात करें तो सेब दिल की सेहत के लिए काफी अच्छे होते हैं क्योंकि यह हृदय रोगों के जोखिम को भी कम करने का काम करते हैं। सेब दिल की सेहत के लिए इसलिए भी अच्छा हो सकता है क्योंकि उसमें घुलनशील फाइबर पाया जाता है जो कि ब्लड में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को काफी कम करने में मदद करता है। इनमें पॉलीफेनोल्स भी होते हैं, जिनका एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव शरीर पर पड़ता है और कई फ़ायदे सेब के छिलके में भी पाए जाते हैं। सेब के पॉलीफेनोल्स में से एक फ्लेवोनोइड एपिक्टिन भी होता है, जो कि ब्लड प्रेशर को काफी अधिक कम कर सकता है।
कई तरह के रिसर्च के विश्लेषण में यह भी पाया जाता है कि फ्लेवोनोइड्स के अधिक सेवन से स्ट्रोक में 20% की कमी आ जाती है। फ्लेवोनोइड्स ब्लड प्रेशर को कम करके, बैड एलडीएल ऑक्सीकरण को कम करने कर साथ ही और साथ ही एंटीऑक्सिडेंट के रूप में भी कार्य करके हृदय रोग के जोखिम को रोकने में भी काफी अधिक मदद कर सकते हैं। सेब खाने के फायदे के बारे में अब आप काफी अच्छे से जान चुके होंगे और आइए कुछ और तथ्य भी जानते हैं।
एक अन्य रिसर्च में स्टैटिन लेने के लिए एक सेब खाने के प्रभावों की तुलना भी गई है जिसमें कि कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए जाने वाली दवाओं के अपेक्षाकृत सेब अधिक प्रभावी साबित हुआ और उसके बाद शोधकर्ताओं ने यह निष्कर्ष निकाला कि सेब लगभग दवाओं के रूप में ही हृदय रोग से मृत्यु को कम करने मे काफी अधिक प्रभावशाली और उपयोगी साबित हुआ। पर अभी तक इस विषय में और अधिक रिसर्च करने की जरूरत है। सेब का सेवन नमक के साथ करने से भी बचना चाहिए।
एक अन्य रिसर्च में सेब और नाशपाती जैसे सफेद गूदे वाले फल और सब्जियां खाने से स्ट्रोक का खतरा भी काफी कम हो जाता है। प्रत्येक 25 ग्राम के लिए या फिर लगभग 1/5 कप सेब के स्लाइस का सेवन करने पर स्ट्रोक का जोखिम 9% तक भी कम हो जाता है।
शुगर के जोखिम को कम करता है सेब
कई तरह के रिसर्चों ने सेब खाने को टाइप 2 मधुमेह के कम जोखिम करने के फायदे से भी जोड़ा है।
एक बहुत बड़े रिसर्च में भी पाया गया है कि एक सेब खाने से टाइप 2 मधुमेह के 28% जोखिम कम हो जाता है और आपको सुरक्षा प्रदान करता है। यहां तक कि हर सप्ताह केवल कुछ सेब खाने से भी इसी तरह का प्रभाव आपके शरीर के ऊपर पड़ता है।
यह जरूर संभव है कि सेब में मौजूद पॉलीफेनोल्स आपके अग्न्याशय में बीटा कोशिकाओं के टिश्यू को पहुंचने वाले नुकसान को भी रोकने का काम करता है बीटा कोशिकाएं आपके शरीर में इंसुलिन का भी उत्पादन करती हैं और अक्सर टाइप 2 मधुमेह वाले लोगों में भी क्षतिग्रस्त हो जाती हैं।
प्रीबायोटिक प्रभाव के कारण अच्छे बैक्टेरिया को बढ़ावा देता है सेब
सेब के फायदे को देखें तो सेब में पेक्टिन काफी मात्रा में पाया जाता है। यह एक प्रकार का फाइबर होता है जो कि प्रीबायोटिक के रूप में काफी अधिक कार्य करता है। इसका सामान्यसा मतलब है कि यह मनुष्य के आंत में अच्छे बैक्टीरिया को खिलाती है। आपकी छोटी आंत पाचन के दौरान फाइबर को भी अवशोषित नहीं करती है। इसके बजाय यह मनुष्य के कोलन में भी जाता है, जहां यह अच्छे बैक्टीरिया के विकास को भी काफी अधिक बढ़ावा दे सकता है। यह इसे अन्य सहायक कंपाउंड में भी बदल जाता है जो कि हमारे शरीर के माध्यम से वापस भी प्रसारित होता रहा है। एक नए रिसर्च से यह भी पता चलता है कि मोटापे, टाइप 2 डायबिटीज और हृदय रोगों के खिलाफ सेब के कुछ सुरक्षात्मक प्रभावों के पीछे भी यही कारण हो सकता है।
सेब में पाए जाने वाले पदार्थ करते हैं कैंसर को कम
टेस्ट-ट्यूब रिसर्चों ने सेब में पौधों के कंपाउंड और कैंसर के कम जोखिम के बीच एक लिंक जरूर दिखाया है। इसके अलावा देखा जाए तो महिलाओं पर किए गए एक रिसर्च में भी बताया कि सेब खाने से कैंसर से होने वाली मौतों की दर में काफी कमी आई है।
कई वैज्ञानिकों का भी मानना है कि उसमें आया जाने वाला एंटीऑक्सिडेंट कई अन्य प्रभाव उनके संभावित कैंसर-निवारक प्रभावों के लिए भी जिम्मेदार हो सकते हैं।
सेब में पाए जाने वाले कंपाउंड लड़ते हैं अस्थमा से
सेब के फायदे की बात करें तो एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर सेब हमारे फेफड़ों को ऑक्सीडेटिव क्षति से भी बचाने में काफी अधिक मदद कर सकते हैं और आपको लाभ पहुंचा सकते हैं। 68,000 से भी अधिक महिलाओं पर किए गए एक बड़े अध्ययन में भी यह पाया गया है कि जिन लोगों ने सबसे अधिक सेब खाया उनमें अस्थमा का जोखिम भी सबसे कम था तथा होने की संभावना भी कम थी। हरदिन एक बड़े सेब का सेवन आपके शरीर में अस्थमा के खतरे को कम कर सकता है और आपको लाभ पहुंचा सकता है।सेब की त्वचा में भी फ्लेवोनोइड क्वेरसेटिन भी पाया जाता है, जो कि प्रतिरक्षा प्रणाली को विनियमित करने और सूजन को कम करने में भी काफी अधिक मदद कर सकता है। इसके दोतरीके भी पाए जाते हैं जिनसे यह अस्थमा और एलर्जी को भी काफी अधिक प्रभावित कर सकता है और आपको लाभ पहुंचा सकता है।
हड्डियों के लिए लाभकारी साबित हुआ है सेब
फल खाने से हड्डियों का घनत्व काफी अधिक बढ़ जाता है, जो कि हड्डियों के स्वास्थ्य के बढ़नेका ही एक सूचक माना गया है। शोधकर्ताओं का यह भी मानना है कि फलों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी कंपाउंड हड्डियों के घनत्व और मजबूती को भी बढ़ावा देने में काफी अधिक मदद कर सकते हैं और आपको लाभ पहुंचा सकते हैं। अब आप सेब के फायदे के बारे में काफी अच्छे से जान चुके होंगे।
कुछ रिसर्चों से यह भी पता चलता है कि सेब, विशेष रूप से हड्डियों के स्वास्थ्य को भी पॉजिटिव रूप में भी प्रभावित कर सकता है और आपको लाभ पहुंचा सकता है।
NSAIDs से पेट की चोट को भी बचा सकते हैं सेब
पेन किलर दवाओं यानिर दर्द निवारक के वर्ग को नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स (NSAIDs) के नाम से भी जाना जाता है, जो कि मनुष्य के पेट की परत को भी काफी अधिक नुकसान पहुंचा सकती हैं। टेस्ट ट्यूब रिसर्चों और चूहों पर किए गए एक अध्ययन में यह भी पाया गया कि फ्रीज किए गए सूखे सेब के अर्क ने NSAIDs के कारण पेट की कोशिकाओं को चोट से बचाने में भी काफी अधिक मदद की है। सेब में दो पौधों के कंपाउंड क्लोरोजेनिक एसिड और कैटेचिन को भी विशेष रूप से सहायक माना जाता रहा है। पर इन रिजल्ट की पुष्टि के लिए भी अभी और रिसर्च की जरूरत है।
बॉटम लाईन
सेब हमारे लिए बहुत अच्छे साबित हुए हैं और उन्हें खाने से मधुमेह और कैंसर सहित कई बड़ी बीमारियों का खतरा भी काफी कम हो जाता है। इसमें पाया जाने वाला घुलनशील फाइबर सामग्री और वजन घटाने के साथ ही आंत के स्वास्थ्य को भी यह काफी हद तक बढ़ावा दे सकती है। आप प्रतिदिन नियमित तौर पर सब का इस्तेमाल करके इसका लाभ उठा सकते हैं और खुद को स्वस्थ रख सकते हैं।