Hit enter after type your search item

हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण

/
/
/
28 Views

हाई ब्लड प्रेशर क्या है?

 हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण तब होते है जब आपका ब्लड प्रेशर बहुत अधिक लेवल तक बढ़ जाता है।  आपके ब्लड प्रेशर का लेवल इस बात को बताता है कि आपके ब्लड सेल्स से कितना ब्लड गुजर रहा है और हृदय को पंप करते समय ब्लड की कितनी मात्रा मिलती है।

 धमनियां अगर संकरी है तो यह प्रतिरोध को बढ़ाती हैं।  आपकी धमनियां जितनी अधिक संकरी होंगी, आपका ब्लड प्रेशर उतना ही अधिक होगा। बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर हृदय रोग सहित स्वास्थ्य के विभिन्न मुद्दों का कारण बन सकता है।

 ब्लड प्रेशर होना काफी सामान्य बात है। ब्लड प्रेशर सामान्यतः एकाएक नहीं होता है यह आमतौर पर कई वर्षों के दौरान विकसित होता है।  आमतौर पर इसका कोई कोई लक्षण भी नहीं दिखता हैं।  लेकिन लक्षणों नहीं दिखने के बावजूद भी, ब्लड प्रेशर आपके रक्त वाहिकाओं और अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है, विशेष रूप से मस्तिष्क, हृदय, आंखें और गुर्दे को यह अधिक नुक़सान पहुंचाता है।

हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण की जल्दी पहचान करना जरूरी है।  नियमित रूप से ब्लड प्रेशर की रीडिंग आपको और आपके डॉक्टर को किसी भी बदलाव को नोटिस करने में मदद कर सकते हैं।  यदि आपका ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ है, तो आपका डॉक्टर यह देखने के लिए कुछ हफ्तों में आपके ब्लड प्रेशर की जांच कर सकता है कि क्या ब्लड प्रेशर बढ़ क्यों रहा है और उसका कारण क्या है।

 ब्लड प्रेशर के इलाज के दौरान डॉक्टर के पर्चे की दवा और स्वस्थ जीवनशैली में बदलाव दोनों शामिल हैं।  यदि ब्लड प्रेशर की स्थिति का इलाज नहीं किया जाता है तो इससे दिल का दौरा और स्ट्रोक सहित कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।

ब्लड प्रेशर का क्या कारण है?

 ब्लड प्रेशर दो प्रकार के होते हैं और दोनों ही प्रकार होने का अलग – अलग कारण होता है।

प्राथमिक ब्लड प्रेशर

 प्राथमिक ब्लड प्रेशर को सामान्य हाई ब्लड प्रेशर भी कहा जाता है।  इस तरह का हाई ब्लड प्रेशर बिना किसी लक्षण के कारण के साथ या भी समय के साथ साथ विकसित होता है।  अधिकांश लोगों को इसी प्रकार का हाई ब्लड प्रेशर होता है।

 शोधकर्ता अभी भी स्पष्ट नहीं हैं कि किस कारण से यह ब्लड प्रेशर धीरे-धीरे बढ़ता है।  कारकों का विभिन्न संयोजन इसके बढ़ने में भूमिका निभा सकता है।  इन कारकों में शामिल हैं:

 जीन: कुछ लोग आनुवंशिक रूप से हाई ब्लड प्रेशर के शिकार होते हैं।  यह माता-पिता से विरासत में मिली जीन या आनुवंशिक असामान्यताओं से हो सकता है।

 शारीरिक परिवर्तन: यदि आपके शरीर में कुछ बदलता है, तो आप अपने पूरे शरीर में समस्याओं का सामना करना शुरू कर देते हैं। हाई  ब्लड प्रेशर उन समस्याओं में से एक हो सकता है।  उदाहरण के लिए, ऐसा माना जाता है कि उम्र बढ़ने के कारण आपके गुर्दे के कार्य में बदलाव, शरीर में नमक और तरल पदार्थ का संतुलन बिगड़ सकता है।  इस परिवर्तन के कारण आपके शरीर का ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है।

 पर्यावरण: समय के साथ, शारीरिक गतिविधि की कमी और खराब आहार जैसी खराब जीवनशैली के कारण भी आपका ब्लड प्रेशर बढ़ सकता हैं।   अधिक वजन या मोटापे के कारण ब्लड प्रेशर के लिए आपका जोखिम भी बढ़ सकता है।

माध्यमिक हाई ब्लड प्रेशर

 माध्यमिक हाई ब्लड प्रेशर अक्सर जल्दी होता है और प्राथमिक हाई ब्लड प्रेशर से अधिक गंभीर हो सकता है।  माध्यमिक हाई ब्लड प्रेशर का कारण बनने वाली स्थितियों में निम्न को शामिल किया जा सकता हैं:

  •  गुर्दे की बीमारी
  •  नींद की कमी
  •  आनुवंशिक हृदय रोग
  •  थायरॉयड की समस्या
  •  दवाओं के दुष्प्रभाव के कारण
  •  अवैध दवाओं का उपयोग
  •  शराब पीने के कारण
  •    ट्यूमर के कारण

हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण क्या हैं?

 हाई ब्लड प्रेशर आमतौर पर एक साइलेंट बीमारी है।  बहुत से लोगों को किसी भी लक्षण का अनुभव इसमें नहीं होता है।  स्थिति को गंभीर स्तर तक पहुंचने में कई साल या कई दशक तक लग सकते हैं। गम्भीर स्थिति में पहुंचने पर ही लक्षण स्पष्ट रूप से दिखते हैं।   गंभीर हाई ब्लड प्रेशर के लक्षणों में शामिल हो सकते हैं:

  •  सिर दर्द
  •  सांस लेने में कठिनाई
  •  नाक में दम होना
  •  फ्लशिंग
  •  चक्कर आना
  •  छाती में दर्द
  •  आंखो में धुंधला पन
  •  पेशाब में ब्लड आना

 इन लक्षणों के होने पर तत्काल चिकित्सा की आवश्यकता होती है। ये लक्षण  हाई ब्लड प्रेशर वाले सभी व्यक्तिओं में नहीं होते हैं, लेकिन इन लक्षणों के दिखने के बाद भी डॉक्टर से इलाज न करवाना बेहद ही घातक हो सकता है।

 अगर आपको लगता है कि आपको हाई ब्लड प्रेशर है, तो इसको जानने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप नियमित रूप से ब्लड प्रेशर की रीडिंग लें। अधिकांश डॉक्टर इलाज के दौरान ब्लड प्रेशर नापते है।    उच्च 

हाई ब्लड प्रेशर का निदान

 हाई ब्लड प्रेशर का निदान करना उतना ही सरल है जितना कि ब्लड प्रेशर की रीडिंग लेना।  अधिकांश डॉक्टरों के कार्यालयों में ब्लड प्रेशर की रीडिंग ली जाती है   यदि आपको अपने हाई ब्लड प्रेशर की रीडिंग नहीं मिलती है, तो डॉक्टर से अनुरोध कर सकते हैं।

 यदि आपका ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ है, तो आपका डॉक्टर आपको दिन 2 से 3 बार ब्लड प्रेशर की रीडिंग लेने को भी बोल सकता है।  

 यदि आपका ब्लड प्रेशर अधिक रहता है, तो आपके डॉक्टर द्वारा इस स्थिति से निपटने के लिए कई और भी टेस्ट करवा सकते है।  इन टेस्ट  में शामिल हो सकते हैं:

  • यूरिन टेस्ट
  •  कोलेस्ट्रॉल स्क्रीनिंग के साथ ही डॉक्टर अन्य ब्लड टेस्ट भी करवा सकते हैं।
  •  इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (ईकेजी, जिसे कभी-कभी ईसीजी के रूप में जाना जाता है) के साथ आपके दिल की गतिविधि का टेस्ट। 
  • दिल या गुर्दे का अल्ट्रासाउंड

ये परीक्षण  डॉक्टर को आपके हाई ब्लड प्रेशर के कारण होने वाली किसी भी समस्या की पहचान करने में मदद कर सकते हैं।  वे आपके अंगों पर उच्च रक्तचाप के प्रभावों को भी देख सकते हैं।

इसी समय डॉक्टर आपके हाई ब्लड प्रेशर का इलाज करना भी शुरू कर सकता है।  प्रारंभिक उपचार से आपके स्थायी नुकसान का खतरा कम हो सकता है।

हाई ब्लड प्रेशर के घरेलू उपचार

 जीवनशैली में बदलाव आपको हाई ब्लड प्रेशर के कारण बनने वाले कारकों को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं।  यहां कुछ सबसे आम घरेलू उपचार दिए गए हैं –

  स्वस्थ आहार लेना

 हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करने के लिए एक स्वस्थ आहार होना बेहद महत्वपूर्ण है।  यह हाई ब्लड प्रेशर में देखभाल के लिए भी महत्वपूर्ण है जिससे हाई ब्लड प्रेशर पर नियंत्रण होता है और जटिलताओं के जोखिम को कम करता है।  इन जटिलताओं में हृदय रोग, स्ट्रोक और दिल का दौरा शामिल हैं।

 स्वस्थ आहार में को कई खाद्य पदार्थों पर जोर दिया जाता है जिनमें शामिल हैं:

  •  फल
  •  सब्जियां
  •  साबुत अनाज
  •  मछली में पाया जाने वाला प्रोटीन
  •  बढ़ती शारीरिक गतिविधि

 तनाव को कम करना

 व्यायाम तनाव को कम करने का एक शानदार तरीका है। इसमें अन्य गतिविधियाँ भी सहायक हो सकती हैं जैसे

  •  ध्यान
  •  गहरी सांस लेना
  •  मालिश
  •  मांसपेशियों की मालिश
  •  योग

 ये सभी  तनाव कम करने वाली तकनीकें हैं।  पर्याप्त नींद लेने से भी तनाव के स्तर को कम करने में मदद मिल सकती है और इसी से हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण में भी कमी आएगी।

स्वस्थ जीवन शैली अपनाना

 यदि आप धूम्रपान करते हैं, तो उसे छोड़ने का प्रयास करें। धूम्रपान को बंद करके हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण को कम कर सकते है।  तंबाकू के धुएं में मौजूद रसायन शरीर के ऊतकों को नुकसान पहुंचाते हैं और रक्त वाहिकाओं की दीवारों को सख्त अथवा संकरा करते हैं।

 यदि आप नियमित रूप से बहुत अधिक शराब का सेवन करते हैं या अपनी बहुत अधिक निर्भरता शराब पर रखते हैं। शराब पीना बंद करें।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This div height required for enabling the sticky sidebar